मनरेगा के तहत काम मांगनेवाले मजदूरों को हर हाल में दिया जाना है काम
दरभंगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मजदूरों के रोजगार और असहाय लोगों के भोजन की चिता की
दरभंगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मजदूरों के रोजगार और असहाय लोगों के भोजन की चिता की है। लॉकडाउन के दौरान ग्रामीण क्षेत्र में मजदूरों को काम उपलब्ध कराने एवं असहाय लोगों के लिए सामुदायिक किचन चलाने को लेकर गुरुवार को उप विकास आयुक्त के साथ ऑनलाइन बैठक में सीएम ने कई निर्देश दिए। उप विकास आयुक्त से कहा कि लॉकडाउन के दौरान मनरेगा के तहत जो भी मजदूर काम मांगने आएं, उन्हें काम दिया जाए। साथ ही इस आशय का ग्रामीण क्षेत्रों में माइकिग कराकर प्रचार भी कराया जाए कि काम करने के इच्छुक लोगों को मनरेगा के अंतर्गत अविलंब काम उपलब्ध कराया जाएगा।
उन्होंने लॉकडाउन के दौरान बेसहारा लोगों के लिए वांछित स्थलों पर समुचित तरीके से सामुदायिक किचन चलाने के भी निर्देश दिए। सामुदायिक किचन में भोजन की अच्छी गुणवत्ता होनी चाहिए। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए खाना खिलाने की अच्छी व्यवस्था भी।
उप विकास आयुक्त तनय सुल्तानिया ने बताया कि दरभंगा जिला में रोजगार सृजन वर्ष 2020-21 में मनरेगा से कुल 1 करोड़ 16 लाख 95 ह•ार 307 मानव दिवस सृजित किया गया था । लॉकडाउन के समय जिला द्वारा अप्रैल माह में कुल 52 ह•ार 932 परिवारों को कार्य दिया गया था जिसमें कुल 10 लाख 72 हजार 278 मानव दिवस सृजित हुए थे । इस वर्ष अप्रैल माह में 71 हजार 027 परिवारों को कार्य दिया गया जिसमें कुल 11 लाख 36 हजार 974 मानव दिवस सृजित हुए ।
इस वर्ष अब तक 1796 परिवारों के 2909 व्यक्तियों को मांगे जाने पर नये जॉबकार्ड निर्गत किये गये हैं , जिनमें लॉकडाउन से प्रभावित होकर घर वापस आये 684 परिवारों को जॉबकार्ड निर्गत किये गये हैं । सभी पंचायत रोजगार सेवकों को पंचायत में अभियान चलाकर नये जॉबकार्ड हेतु आवेदन प्राप्त करने एवं कार्य आवंटित करने का निदेश दिया गया है ।
वर्तमान में प्रतिदिन 62 हजार मजदूर 583 योजनाओं यथा- 05 एकड़ से कम के पोखर उड़ाही, नहर, पईन की उड़ाही, सड़क निर्माण, बांध की मरम्मत आदि में कुल 23 हजार 029 मजदूर एवं व्यक्ति लाभ की योजनाओं में कुल 38 हजार 971 मजदूर कार्यरत हैं, जिसे एक लाख मजदूर प्रतिदिन करने का लक्ष्य रखा गया है। कार्यस्थलों पर हो रहा कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन
कोविड-19 प्रोटोकाल के अनुपालन के संबंध में बताया गया कि सभी कार्य स्थलों पर आवश्यकतानुसार साबुन, हैंडवाश, पानी, मास्क, शेड, एवं पेयजल उपलब्ध कराया जाता है। जीविका दीदी को वहां रखा जा रहा है । प्रत्येक मस्टर चक्रम के बाद नए मास्क मजदूरों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। आवश्यकतानुसार जीविका समूह से मास्क की खरीद सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। इस वर्ष लगभग 32 हजार 200 मजदूरों के बीच मास्क वितरित किया गया है ।