मातृत्व मृत्यु दर को कम करने में वंडर एप सहायक : डीएम

दरभंगा। जिलाधिकारी डा. त्यागराजन एसएम ने कहा है कि वंडर एप के माध्यम से गर्भवती महिलाओं

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 12:18 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 12:18 AM (IST)
मातृत्व मृत्यु दर को कम करने में वंडर एप सहायक : डीएम
मातृत्व मृत्यु दर को कम करने में वंडर एप सहायक : डीएम

दरभंगा। जिलाधिकारी डा. त्यागराजन एसएम ने कहा है कि वंडर एप के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को ट्रैक करने और समुचित इलाज में मिल रही मदद को देखते हुए सरकार इसे सूबे के अन्य जिलों में भी लागू करने की तैयारी कर रही है। इसकी सहायता से निश्चित तौर पर मातृत्व मृत्यु दर कम करने में मदद मिलेगी। गर्भवती महिला में हीमोग्लोबिन, आयरन या अन्य तत्वों की कमी है, तो डाटा अपलोड करते ही पीएचसी के चिकित्सकों के मोबाइल में मौजूद एप में संकेत आने लगता है। इसके बाद ठीक से महिला का इलाज संभव हो पाता है।

वो सोमवार को दो दिनों के अंतराल पर हनुमाननगर सीएचसी का निरीक्षण कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को पूरी जानकारी दी। डीएम ने कहा कि टेस्ट रिपोर्ट में जो आंकड़े मिलते हैं, उन्हें एप में डालते हैं। अगर कोई भी आंकड़ा नार्मल से कम हुआ, तो तुरंत अलार्म बजता है और एक अलर्ट जारी होता है। अगर रिपोर्ट में किसी तत्व में एकदम मामूली कमी है और दवा की जरूरत नहीं है, लेकिन देखभाल की •ारूरत है, तो येलो अलर्ट आता है। यदि रिपोर्ट में आये आंकड़े सामान्य से काफी कम होते हैं व गर्भवती महिलाओं को तत्काल इलाज की जरूरत होती है तो अलार्म के साथ रेड लाल अलर्ट आता है। इससे हमें पता चल जाता है कि किन गर्भवती महिलाओं को •ा्यादा देखभाल की •ारूरत है। दो अलर्ट के अलावा एक और फ़ीचर है, जिससे अलर्ट के साथ ही एक मैसेज भी मोबाइल स्क्रीन पर आ जाता है, जिसमें बताया जाता है कि गर्भवती महिलाओं को तुरंत राहत देने के लिए क्या किया जाना चाहिए। सब कुछ सामान्य होने पर ग्रीन सिग्नल आता है। डीएम ने मौजूद डाक्टर व नर्सिंग स्टाफ को बताया कि इस जिला के मातृत्व मृत्यु दर के आंकड़ों से पता चलता है कि •ा्यादातर मामलों में गर्भवती महिलाओं की मृत्यु इसलिए हो जाती है। क्योंकि वे समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाती हैं।इसे ध्यान में रखते हुए मोबाइल एप में रेफरल मामलों के लिए भी विशेष फीचर है, जो बहुत कारगर है। सीएचसी से निकलने के बाद डीएम नरसरा स्थित उत्क्रमित मिडिल स्कूल में बने टीकाकरण केंद्र पर लोगों से सुविधाओं की जानकारी ली। इसके बाद डीएम ने बीडीओ सुधीर कुमार और सीओ कैलाश चौधरी से बागमती नदी के जलस्तर , प्रखंड स्तर पर बाढ़पूर्व तैयारी व एनडीआरएफ टीम के ठहराव स्थल के बारे में जानकारी ली। मौके पर सीएचसी प्रभारी डा. आरपी चौधरी, हेल्थ मैनेजर जमील अहमद समेत प्रखंड सह अंचलकर्मी मौजूद थे।

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