टाप : मनुष्य में नए विचारों का होना जरूरी : कुलपति
दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर रसायनशास्त्र विभाग में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ई. कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया।
दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर रसायनशास्त्र विभाग में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ई. कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया। रिसेंट एडवांस इन केमिकल साइंसेज विषय पर आयोजित ई. कांफ्रेंस का उद्घाटन कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह, प्रतिकुलपति प्रो. डॉली सिन्हा, कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद और विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो.विमलेंदु शेखर ने संयुक्त रूप से किया। कांफ्रेंस में ऑब्स्ट्रैक्ट संग्रह पुस्तिका का भी विमोचन किया गया। पूर्व संकायाध्यक्ष स्व. प्रो. रतन कुमार चौधरी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए विभागाध्यक्ष सह आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रो. कुमोद कुमार झा ने आनलाइन और आफलाइन जुड़े अतिथियों का स्वागत किया। कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मनुष्य में नए विचार और अच्छे वातावरण से प्रकृति संतुलित रहती है। प्रतिकुलपति प्रो. डॉली सिन्हा ने कहा रसायनशास्त्री किसी चीज को बहुत ही गहराई से सोचते हैं, उसपर अनुसंधान करते हैं। संकायाध्यक्ष विज्ञान प्रो. विमलेंदु शेखर झा ने कहा कि 2021 में रसायन विज्ञान में बड़ा बदलाव होने वाला है, जो जन-जन की पहुंच तक होगी। कुलसचिव डा. मुश्ताक अहमद ने कहा इस दुनिया में दो चीज है,धातु और अधातु ,उसी बुनियाद पर रसायनशास्त्र का जन्म हुआ है। विभाग के सहायक प्राध्यापक संयोजक डा. सीमांत श्रीवास्तव ने सारगर्भित रूप से सम्मेलन के विषय पर प्रकाश डाला। केआइटी जापान से जुड़े प्रो. एसएस पाण्डेय ने जनसंख्या विस्फोट,जीवन स्तर में निरंतर बदलाव और ग्लोबल वार्मिंग जैसे कारणों से तेजी से घटते पारंपरिक ऊर्जा स्त्रोत के कारणों पर प्रकाश डाला। आइआइटी हैदराबाद के प्रो. ए मिश्रा, निवर्सिटी ऑफ केप टाउन दक्षिण अफ्रीका के डा. सौवीक, यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेग डेनमार्क से डॉ.नरेंद्र मिश्रा आनलाइन मोड में अपने -अपने क्षेत्र के शोध -कार्यों का उल्लेख किया। धन्यवाद ज्ञापन विभाग के वरिष्ठ शिक्षक डा.एस अंसारी ने किया। समारोह में रसायनशास्त्र के वरिष्ठ शिक्षक सह एमएलएसएम कालेज के प्राचार्य प्रो. प्रेम मोहन मिश्र, शिक्षक सह सचिव प्रो. संजय कुमार चौधरी, डा. एएस अंसारी, एमआरएम कालेज के डा. विवेकानंद झा ने विभिन्न तकनीकी सत्रों का संचालन किया। आयोजन सचिव डा. अभिषेक राय, ड. विकाश कुमार सोनू, डा. निशा सक्सेना, डा.सोनू राम शंकर और शशि शेखर झा की सक्रिय भूमिका रही। गणेश पासवान ने कान्फ्रेंस के संचालन में विशेष तकनीकी सहयोग दिया।
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