इस बार दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन का आयोजन अयोध्या में

मैथिली अधिकार दिवस के रूप में दो दिवसीय 19 वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन की शुरुआत 22 दिसंबर को श्री अयोध्या धाम के बड़ा भक्तमालजी की छावनी स्थित कौशलेंद्र कथा मंडपम में आयोजित होगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 01:24 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 01:24 AM (IST)
इस बार दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन का आयोजन अयोध्या में
इस बार दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन का आयोजन अयोध्या में

दरभंगा । मैथिली अधिकार दिवस के रूप में दो दिवसीय 19 वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन की शुरुआत 22 दिसंबर को श्री अयोध्या धाम के बड़ा भक्तमालजी की छावनी स्थित 'कौशलेंद्र कथा मंडपम' में आयोजित होगा। सम्मेलन की शुरुआत पारंपरिक मैथिल परिधान में भव्य शोभायात्रा के साथ होगी। जबकि संध्या बेला में मंगलाचरण के साथ उद्घाटन समारोह आयोजित किया जाएगा। इस दौरान मिथिला-मैथिली के उत्कर्ष विषयक विचार गोष्ठी, मिथिला रत्न सम्मान समारोह एवं विशाल संत समागम का आयोजन किया जाएगा। शुक्रवार को एमएलएसएम कालेज के सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डा. बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि लगातार दो दिनों तक श्रीअयोध्या धाम में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में हजारों की संख्या में मिथिलावासी एवं प्रवासी मैथिल भाग लेंगे।

सम्मेलन में विशेष रूप से मैथिली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल होने के 18 साल बीतने के बाद भी इसे अब तक संवैधानिक अधिकार नहीं मिलने के कारणों की पड़ताल किया जाएगा। सम्मेलन के दौरान मणिकांत झा के संचालन में होने वाली मिथिला-मैथिली के उत्कर्ष विषयक संगोष्ठी में प्रवासी प्रतिभागी अपने रचनात्मक विचार रखेंगे। वहीं हरिश्चंद्र हरित के संयोजन में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। मिथिला एवं मैथिली के विभिन्न आयामों पर केंद्रित स्मारिका का प्रकाशन भी किया जाएगा। मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकांत झा ने मिथिला एवं अयोध्या के बीच के मधुर संबंधों को रेखांकित करते हुए 19 वें अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन के आयोजन के उद्देश्यों को विस्तार से बताया।

खास बातें:-

- 22 दिसंबर से शुरू हो रहे सम्मेलन को लेकर एमएलएसएम कालेज के सभागार में आयोजन समिति के सदस्यों ने दी जानकारी

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