कुशेश्वरस्थान में फिर नदियों का जलस्तर बढ़ा

बाढ़ के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से कुशेश्वरस्थान दोनों प्रखंड में स्थित भयावह हो गई है। पश्चिमी प्रखंड के सभी 14 पंचायत औराही हरिनगर भदहर बेर मसानखोन हिरणी बिषहरिया हरौली बड़गांव गोठानी बरना पकाही- झझड़ा चिगरी- सिमराहा तथा दिनमो पंचायत के सभी गांव बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 01:55 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 01:55 AM (IST)
कुशेश्वरस्थान में फिर नदियों का जलस्तर बढ़ा
कुशेश्वरस्थान में फिर नदियों का जलस्तर बढ़ा

दरभंगा । बाढ़ के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से कुशेश्वरस्थान दोनों प्रखंड में स्थित भयावह हो गई है। पश्चिमी प्रखंड के सभी 14 पंचायत औराही, हरिनगर, भदहर, बेर, मसानखोन, हिरणी, बिषहरिया, हरौली, बड़गांव, गोठानी, बरना, पकाही- झझड़ा, चिगरी- सिमराहा तथा दिनमो पंचायत के सभी गांव बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित है। वहीं दूसरी ओर पूर्वी प्रखंड के कमला बलान नदी के पश्चिमी तटबंध से पूर्वी की सभी 6 पंचायतें भिडुआ, कुशेश्वरस्थान उत्तरी एवं दक्षिणी, केवटगामा,महिसोट तथा सुघराईन पंचायत के सभी गांव बाढ़ के पानी से पूरी तरह घिरे हुए हैं। दोनों प्रखंड के सभी गांवों में किनारे में बसे हुए परिवार के लोग घर छोड़कर विस्थापित होकर ऊंचे स्थानों पर चले गए हैं। स्टेट हाई-वे 56 को छोड़कर बाकी सभी ग्रामीण सड़कें बाढ़ के पानी में डुब गई हैं। जिससे लोगों को एक जगह से दूसरे जगह आने जाने के लिए नाव ही एक मात्र साधन रह गया है। प्रर्याप्त संख्या में सरकारी नावों का परिचालन नहीं होने से लोगों को निजी नाव के सहारे आना जाना हो रहा है। निजी नाव के संचालक मनमाना भाड़ा वसूली करते हैं। जिससे लोगों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। पूर्वी एवं पश्चिमी प्रखंड में सरकारी सहायता के नाम पर दो मीटर पॉलीथिन के अलावा अन्य कोई भी सुविधा बाढ़ पीड़ितों को अबतक नहीं मिली है। इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है। इस संबंध में पश्चिमी सीओ कासिफ नवाज ने बताया कि बाढ़ के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से स्थिति गंभीर बनती जा रही है। अंचल प्रशासन के बाढ़ की स्थिति पर नजर बनी हुई है। प्रशासन हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि विभिन्न मार्गों पर फिलहाल 23 सरकारी नाव चलाया जा रहा है। जरूरत होने पर और नाव चलाए जाएंगे। अभी 8 जगहों पर सामुदायिक किचन चल रहा है।50 सीट पालीथिन विस्थापित परिवारों के बीच बांटा गया है। वहीं पूर्वी सीओ त्रिवेणी प्रसाद ने बताया कि प्रखंड के विभिन्न मार्गों में 54 सरकारी नाव एवं 8 स्थानों पर सामुदायिक किचन चल रहा है। उन्होंने बताया कि 680 विस्थापित लोगों के बीच पालीथिन सीट वितरण किया गया है। -

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