नाबालिग किशोर से शराब का धंधा करानेवालों माफियाओं पर कसेगा शिकजा

दरभंगा। शराब धंधेबाज नाबालिग बच्चों का इस्तेमाल कर रहे हैं। पैसे का लालच देकर नाबालिग किशोर से शराब ही नहीं मंगाई जाती बल्कि बिक्री भी कराई जाती है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 11:50 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 11:50 PM (IST)
नाबालिग किशोर से शराब का धंधा करानेवालों माफियाओं पर कसेगा शिकजा
नाबालिग किशोर से शराब का धंधा करानेवालों माफियाओं पर कसेगा शिकजा

दरभंगा। शराब धंधेबाज नाबालिग बच्चों का इस्तेमाल कर रहे हैं। पैसे का लालच देकर नाबालिग किशोर से शराब ही नहीं मंगाई जाती बल्कि, बिक्री भी कराई जाती है। नादानी और नासमझी में किशोर रुपये के लालच में नेपाल के बॉर्डर इलाके जयनगर तक चले जाते हैं। वह भी टेंपो चलाकर। इस काम के लिए किशोर को प्रतिदिन एक हजार रुपये का पगार दिया जाता है। गरीबी और आर्थिक तंगी से जूझ रहे किशोर बच्चे शराब धंधेबाजों के टारगेट पर होते हैं। विशेष किशोर पुलिस इकाई के नोडल पदाधिकारी सह पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) को भेजे गए पत्र से इस सनसनी मामले का खुलासा हुआ है। किशोर न्याय बोर्ड ने पत्र के माध्यम से घटना की जानकारी ही नहीं दी बल्कि, बिदुवार अनुसंधान करने का भी आदेश दिया है।

ताकि, किशोर से शराब का धंधा कराने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जा सके। बोर्ड के प्रधान दंडाधिकारी अश्विनी कुमार, सोशल मेंबर अजीत कुमार मिश्र और कुमारी गुंजन पूरे मामले की जांच-पड़ताल कर किशोर न्याय अधिनियम की धार 78 के तहत किसी मादक पदार्थ, शराब, मन प्रभावी पदार्थ को बेचने, फेरी लगाने, मंगाने, बेचने अथवा तस्करी में किशोर के उपयोग करने वालों पर सख्त से सख्त सजा का प्रावधान है यह नोडल पदाधिकारी को बताया है। बोर्ड ने यह भी माना है कि आरोपित किशोर अशिक्षित होने के कारण गलत संसर्ग में है और अवैध कार्य में लिप्त है । उसे देखरेख करने की आवश्कता है। अगर किशोर को अभी नहीं संभाला गया तो उसका भविष्य चौपट हो सकता है । इसके लिए बोर्ड ने किशोर को समुचित देखरेख के लिए संरक्षण एवं पुनर्वासन की जरूरत बताया है ।

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पुलिस मैनेज है कि बात कह धंधेबाज किशोर से मंगाता रहा शराब की खेप :

उत्पाद विभाग के धावा दल ने 12 जुलाई को विश्वविद्यालय थानाक्षेत्र के चुनाभट्टी मोहल्ला में छापेमारी की थी। जहां से एक किशोर को साढ़े सात लीटर नेपाली शराब के साथ दबोचा गया। प्राथमिकी दर्ज करने के बाद आरोपित किशोर को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष उपस्थापन कराया गया। जहां किशोर ने स्वयं को निरक्षर होने की बात बताई। कहा- उसकी मां भी अब इस दुनिया में नहीं है। पिता रिक्शा चलाकर चार भाई-बहनों का परवरिश करते हैं। गरीबी के कारण उसे खेसारी लाल नामक शराब धंधेबाज फंसा लिया। एक हजार रुपये प्रतिदिन कमाई का लालच दिया। खेसारी लाल नेपाल बॉर्डर जयनगर से शराब लाने के लिए किशोर को एक टेंपो भी उपलब्ध कराया। जहां से जान पर खेलकर किशोर शराब की खेप लाकर चुनाभट्टी मोहल्ला स्थित एक घर में अनलोड करता था। जहां से अन्य किशोर के माध्यम से शराब की होमडिलीवरी कराई जाती है। किशोर ने बताया रोजाना की कमाई से खूब मौज-मस्ती किया करते थे। हालांकि, उसने यह भी बताया कि उसके काम से पिता काफी नाराज रहते हैं। पिता ही खाना बनाकार सभी भाई-बहनों को खिलाते हैं। इससे कई बार पकड़े जाने के डर और पिता की स्थिति को देख गलत काम छोड़ देने का निर्णय लिया। लेकिन, हर बार धंधेबाज खेसारी लाल यह आश्वासन दिया कि तुम्हें कुछ नहीं होने देंगे। पुलिस मैनेज है।

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