सेवा शर्त कमेटी के पुनर्गठन से आक्रोशित शिक्षकों ने जलाई आदेश की प्रति

दरभंगा। सेवा शर्त इंतजार कर रहे शिक्षकों का आक्रोश कैबिनट के द्वारा सेवाशर्त कमेटी के पुनर्गठन की स्वीकृति मिलते ही फूट पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 12:54 AM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 06:12 AM (IST)
सेवा शर्त कमेटी के पुनर्गठन से आक्रोशित शिक्षकों ने जलाई आदेश की प्रति
सेवा शर्त कमेटी के पुनर्गठन से आक्रोशित शिक्षकों ने जलाई आदेश की प्रति

दरभंगा। सेवा शर्त इंतजार कर रहे शिक्षकों का आक्रोश कैबिनट के द्वारा सेवाशर्त कमेटी के पुनर्गठन की स्वीकृति मिलते ही फूट पड़ा। शनिवार को बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सह जिलाध्यक्ष शंभू यादव के नेतृत्व में कर्पूरी चौक पर आदेश की प्रति जलाते हुए आक्रोश प्रकट किया। कार्यक्रम को टीईटी, एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोप गुट एवं नव नियुक्त माध्यमिक शिक्षक संघ ने अपना समर्थन दिया था। संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सह जिलाध्यक्ष शभू यादव ने कहा कि सेवाशर्त के नाम पर कमेटी का पुनर्गठन महज दिखावा मात्र है। बिहार में नियमित शिक्षकों के लिए पूर्व से लागू सेवाशर्त एवं वेतनमान मौजूद है, उसे ही हूबहू लागू करें। यह कितनी बड़ी बिडम्बना है कि पांच वर्ष बीत जाने के बाद सरकार को शिक्षकों की याद आई है। सरकार नियोजित शिक्षकों के नाम पर महज दिखावे की राजनीति कर रही है। टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोप गुट के सोनू मिश्रा ने कहा कि 78 दिनों की ऐतिहासिक लड़ाई के बाद सरकार ने शिक्षक प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया था कि स्थिति सामान्य होने के बाद सरकार शिक्षकों के प्रतिनिधियों से वार्ता करेगी। लेकिन अबतक सरकार ने चुप्पी साधी हुई है। इसका खामियाजा उसे आगामी चुनावों में भुगतना पडेगा। नव नियुक्त माध्यमिक शिक्षक संघ के संजीत झा सुमन ने कहा कि सरकार अविलंब शिक्षकों के मुख्य मांग नियमित शिक्षकों के भांति हूबहू वेतनमान एवं सेवशर्त का लाभ दे, अन्यथा शिक्षक पुन: आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

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