विवि प्रशासन की कार्यशैली के खिलाफ छात्र संघ ने बिगुल फूंका, चार को देंगे धरना

दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के छात्र संघ ने विवि प्रशासन की कार्यशैली के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Feb 2020 11:40 PM (IST) Updated:Wed, 26 Feb 2020 11:40 PM (IST)
विवि प्रशासन की कार्यशैली के खिलाफ छात्र संघ ने बिगुल फूंका, चार को देंगे धरना
विवि प्रशासन की कार्यशैली के खिलाफ छात्र संघ ने बिगुल फूंका, चार को देंगे धरना

दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के छात्र संघ ने विवि प्रशासन की कार्यशैली के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है। अब तक कई मांग पत्र विवि प्रशासन को दे चुका छात्र संघ इस बात से आक्रोशित है कि उनकी छात्र हित से संबंधित मांगों के निराकरण का आश्वासन तो दिया गया, लेकिन अब तक इस दिशा में विवि प्रशासन ने कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया। आक्रोशित छात्र संघ ने बुधवार को अपने कार्यालय में बैठक कर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। छात्र संघ अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि छात्रों की मूलभूत समस्याओं को लेकर छात्र संघ चार मार्च को विश्वविद्यालय प्रशासन के समक्ष धरना देगा। इसके बाद भी यदि विवि प्रशासन छात्र हित की मांगों पर संवेदनशील नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन का मार्ग अपनाया जाएगा। कहा कि धरना की सूचना कुलपति व कुलसचिव को पत्र के माध्यम से दे दी गई है। विवि प्रशासन की कार्यशैली से आक्रोशित छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि विश्वविद्यालय में नियम-परिनियम की धज्जियां उड़ रही है। सवाल उठाते हुए कहा कि जब बिना सिडिकेट के निर्णय के विश्वविद्यालय के करोड़ों रुपये का बंदरबांट किया जा रहा है तो आखिर सीनेट व सिडिकेट जैसी सर्वोच्च निकायों के गठन व चुनाव का क्या औचित्य है। गरीब छात्रों से प्राप्त लाखों-करोड़ों रुपये व्यय करने वाले विवि प्रशासन को छात्रों की कोई चिता ही नहीं है।

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पद व शक्तियों का जमकर हो रहा दुरूपयोग : अध्यक्ष

छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि विश्वविद्यालय एक लोकतांत्रिक संस्था है, इसलिए सीनेट-सिडिकेट की महत्ता की अवहेलना करना अलोकतांत्रिक एवं तानाशाह व्यवहार को प्रदर्शित करता है। कहा कि छात्र संघ इस रवैये की निदा करता है। मांग करते हुए कहा कि सिडिकेट की बैठक एवं अन्य निकायों की बैठक जिसमें छात्र संघ की उपस्थिति अनिवार्य हो, उसकी सहमति के बना आगे से कोई भी भुगतान या नीतिगत निर्णय नहीं लिए जाएं। अध्यक्ष ने कहा कि विवि में पद व शक्तियों का जमकर दुरूपयोग हो रहा है। एक तरफ वरीय पदाधिकारी कर्तव्यनिष्ठा की बात करते हैं, वहीं दूसरी तरफ आउटसोर्स पर बहाल कर्मी को बिना अर्हता के सहायक कुलसचिव का पद सौंप दिया जाता है। जांच में मामला साफ होने पर भी अब तक उक्त कर्मी की बर्खास्तगी यह साबित करती है कि विवि में जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। छात्र संघ ऐसी स्थिति को बर्दाश्त नहीं करेगा।

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विवि में छात्र संघ की महत्ता पर उठ रहे सवाल : महासचिव

छात्र संघ के संयुक्त सचिव अम‌र्त्य कुमार ने कहा कि सामान्य एवं स्नातकोत्तर शिक्षण वाले कॉलेजों सहित स्नातकोत्तर विभागों में नामांकित छात्रों की संख्या के आधार पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति अविलंब की जानी चाहिए। बैठक में सिडिकेट से रद किए गए स्कूल गुरु के करारनामा में संलिप्त व दोषी पाए गए दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक को अविलंब बर्खास्त करने के साथ ही अन्य दोषियों पर कार्रवाई की मांग भी उठी। महासचिव प्रीति कुमारी ने कहा कि डिग्री पार्ट वन में जिन छात्रों का पंजीकरण छूट गया है, उनका अविलंब पंजीकरण लिया जाए। आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय छात्र संघ के काउंसिल मेंबर अनुज कुमार एवं विशाल कुमार का भी पंजीकरण नहीं होना दर्शाता है कि विश्वविद्यालय में छात्र संघ की क्या महत्ता है। कोषाध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि सभी कॉलेजों एवं विभागों में विज्ञान के प्रायोगिक वर्ग का अविलंब संचालन किया जाए। अंत में छात्र संघ अध्यक्ष ने कहा कि धरना को देखते हुए सभी कॉलेजों के छात्र-छात्राओं से संपर्क किया जा रहा है।

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