एफडीआर योजना से निर्माणाधीन सड़कों की भी हुई मरम्मत!

दरभंगा। दरभंगा ग्रामीण कार्य विभाग- टू के कार्यपालक अभियंता सह प्रभारी अधीक्षण अभियंता अनिल कुमार की गाड़ी व दरभंगा स्थित आवास से 67 लाख की बरामदगी के बाद एफडीआर योजना से सड़क मरम्मत के कार्यों की हकीकत परत दर परत खुलने लगी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 12:34 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 12:34 AM (IST)
एफडीआर योजना से निर्माणाधीन सड़कों की भी हुई मरम्मत!
एफडीआर योजना से निर्माणाधीन सड़कों की भी हुई मरम्मत!

दरभंगा। दरभंगा ग्रामीण कार्य विभाग- टू के कार्यपालक अभियंता सह प्रभारी अधीक्षण अभियंता अनिल कुमार की गाड़ी व दरभंगा स्थित आवास से 67 लाख की बरामदगी के बाद एफडीआर योजना से सड़क मरम्मत के कार्यों की हकीकत परत दर परत खुलने लगी है। विभागीय अभियंताओं की मिलीभगत से निर्माणाधीन सड़कों की भी मरम्मत कराई गई है। इसके तहत उन सड़कों की भी मरम्मत हुई है, जिनका कार्य भी संपन्न नहीं हुआ है। र

रामपुरडीह रजवान से जुड़िया तक ग्रामीण कार्य विभाग से पांच वर्ष की मरम्मत वाले करार के तहत सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। इसका बोर्ड भी लगा हुआ है। कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ है। लेकिन, बाढ़ से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई और उसकी एफडीआर योजना से मरम्मत करा दी गई। यह अकेला मामला नहीं है। यही हाल माधोपुर-कोनी बांध सड़क की मरम्मत का है। हाल के दिनों में फरवरी 2020 में 98 लाख की राशि से इस सड़क के निर्माण का शिलान्यास किया गया था। यहीं स्थित रजवान से बनौली सड़क की है। विधानसभा चुनाव दौरान इस सड़क का निर्माण हुआ। लेकिन, इस सड़क की भी मरम्मत करा दी गई। आश्चर्य की बात यह कि इन सड़कों पर बाढ़ का पानी चढ़ा तक नहीं। आस-पास के कई सड़कों की मरम्मत अलग-अलग नाम से कराई गई है। जहां पूर्व से सड़क निर्माण और निर्माणाधीन को लेकर इसी विभाग का बोर्ड भी लगा हुआ है। ग्रामीण कार्य विभाग पटना की टीम भी करेगी जांच

सड़क मरम्मत के नाम पर अंदर ही अंदर लाखों नहीं करोड़ भी नहीं पूरे एक अरब 15 करोड़ का खेल हो चुका है। यह खेल गांव में ही नहीं बल्कि, शहर के सटे क्षेत्रों में भी हुई है। कुछ गड्ढ़ों में ईंट गिराई गई है। लेकिन, प्राकक्कल राशि लाखों में है। सच्चाई पता लगने के बाद संबंधित गांव के लोग हैरत में हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों में भी नाराजगी है। लोग मुखर होने लगे हैं। ऐसी स्थिति में विभाग के कई अभियंता जांच टीम की रडार पर हैं। पूरे मामले की जांच आर्थिक इकाई विभाग कर रही है।

मामला तूल पकड़ने के बाद इसकी विभागीय जांच भी शुरू हो गई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को इसको लेकर विभागीय अधिकारियों के बीच चर्चा हुई है। इसमें दरभंगा अंचल के दरभंगा और मधुबनी जिले के नौ डिवीजनों में 532 सड़कों की मरम्मत कार्य की जांच करने के लिए अलग-अलग टीम गठित की गई है। यह है घटनाक्रम

बता दें कि प्रभारी अधीक्षण अभियंता स्कार्पियो से 28 अगस्त 2021 को पटना जा रहे थे। इस बीच मुजफ्फरपुर के कुढ़नी थाने के फकुली ओपी पुलिस ने वाहन जांच दौरान उनकी गाड़ी से 18 लाख रुपये बरामद किए गए। फिर मुजफ्फरपुर पुलिस ने उनके दरभंगा आवास सहित पटना के दो घरों पर छापेमारी की थी। इस दौरान दरभंगा के बहादुरपुर थानाक्षेत्र के बरहेता रोड स्थित उनके आवास से 49 लाख रुपये के साथ लगभग दो दर्जन से अधिक संपत्ति के दस्तावेज, डायरी, लैपटाप, बाउंड, सादा स्टाम्प पेपर आदि बरामद किया गया था। इसमें भूमि व भवन से संबंधित दस्तावेज अलग-अलग नामों से मिले थे। मुजफ्फरपुर पुलिस ने सभी दस्तावेजों और लैपटाप को आर्थिक अपराध इकाई को सौंपते हुए अधीक्षण अभियंता को जामनत पर छोड़ दिया था। तब से आर्थिक अपराध इकाई की टीम जांच कर रही है।

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