ओपी प्रभारी ने डीईओ से पूछा- कुर्सी पर बैठी हैं , कौन काम कर रही हैं, मुझे बताइए

दरभंगा। शिवधारा स्थित बा•ार समिति पंचायत चुनाव मतगणना केंद्र पर जिला शिक्षा पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति थी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 11:48 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 11:48 PM (IST)
ओपी प्रभारी ने डीईओ से पूछा- कुर्सी पर बैठी हैं , कौन काम कर रही हैं, मुझे बताइए
ओपी प्रभारी ने डीईओ से पूछा- कुर्सी पर बैठी हैं , कौन काम कर रही हैं, मुझे बताइए

दरभंगा। शिवधारा स्थित बा•ार समिति पंचायत चुनाव मतगणना केंद्र पर जिला शिक्षा पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति थी। मुख्य द्वार पर जिला शिक्षा पदाधिकारी विभा कुमारी कुर्सी पर बैठी हुईं थी। उनके सहायक शिक्षक लोगों की जांच कर रहे थे कि कोई मोबाइल लेकर तो मतगणना केंद्र में प्रवेश नहीं कर रहा है । तभी मब्बी ओपी प्रभारी मनीष कुमार आए । उन्होंने डीईओ से पूछा , आप दंडाधिकारी हैं और कुर्सी पर बैठी हैं । कौन काम कर रही हैं , बताइए मुझे । एक पदाधिकारी वह महिला पदाधिकारी के नाते जिला शिक्षा पदाधिकारी आरक्षी अवर निरीक्षक के आचरण से हतप्रभ रह गईं। उन्होंने बताया कि मैं जिला शिक्षा पदाधिकारी हूँ और मेरी प्रतिनियुक्ति मतगणना कक्ष में प्रवेश के पूर्व सभी व्यक्तियों से मोबाइल ले लेना है । मेरे साथ आठ शिक्षक हैं जो इस कार्य को कर रहे हैं। इसके बावजूद अवर निरीक्षक उनसे उलझ गए।

मंगलवार को बहादुरपुर प्रखंड की मतगणना के दौरान इतना सबकुछ होने के बाद भी जब डीईओ का व्यवहार नहीं सुधरा बल्कि पुनरावृति होने लगी तो उनकी सहन सीमा ने जवाब दे दिया। उन्होंने तत्काल पुलिस पदाधिकारी के अमर्यादित व्यहवार की जानकारी उप विकास आयुक्त को मोबाइल पर दी। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि पहली घटना उनके साथ पहली अक्टूबर को ही मतगणना केंद्र पर हुई थी। इस दुर्वव्यहार से भी वह बहुत दुखी हुई थीं। आक्रोश भी था, लेकिन उनके साथ काम करने वाले शिक्षकों ने शांत करा दिया। इसी कारण से मैंने उस दिन इस घटना की सूचना किसी को नहीं दिया । लेकिन बहादुरपुर प्रखण्ड की मतगणना के दौरान मब्बी ओपी प्रभारी बहुत देर तक मुख्य द्वार पर अपनी गाड़ी लगाकर डंटे हुए थे । गेट से प्रवेश कर रहे कर्मियों को बिना परिचय पत्र देखे जब वह प्रवेश कराने लगे तो मैंने आपत्ति कर दी इसपर फिर वह मुझसे उलझ गए । अहंकार में डूबे अवर निरीक्षक ने यह भी नहीं सोंचा कि उनके सामने जिले की महिला पदाधिकारी खड़ी है । उसकी भी कुछ गरिमा है । कुछ अधिकार है । लेकिन वह तो केवल अपना रौब दिखाकर अनावश्यक लोगों को मतगणना केंद्र में प्रवेश कराने के चक्कर में थे और इसमे किसी प्रकार का व्यवधान व सहन नहीं कर सकते थे । इसी आक्रोश में उन्होंने सरकारी सेवा आचरण की सीमाओं को भी नहीं देखा और सामाजिक मर्यादाओं की सीमा लांघ दी । डीईओ ने बताया कि जब उनके साथ ऐसा व्यवहार हुआ तो आम महिलाओं के साथ कैसा सुलूक होता होगा । संपूर्ण मामले की जानकारी वरीय पुलिस अधीक्षक को देते हुए कार्रवाई की मांग की है। साथ ही बिहार महिला आयोग की अध्यक्ष से भी इस मामले में संज्ञान लेने का आग्रह किया है।

मैंने कोई दु‌र्व्यवहार डीईओ के साथ नहीं किया है। मेरे साथ मौके पर सदर पुलिस उपाधीक्षक भी मौजूद थे। वहां सीसी कैमरे भी लगे हैं। आरोप निराधार हैं।

मनीष कुमार

ओपी प्रभारी, मब्बी

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