जागरूक बच्चे ही समाज से ले पाएंगे अपना अधिकार : रवींद्र
इस समाज में यदि कोई सबसे अधिक शोषित है तो वह है हमारे बच्चे हैं। बच्चों का शोषण जितना होता है उससे अधिक और किसी प्राणी का नहीं होता। इसका कारण है कि बच्चे अपने अधिकार के प्रति जागरूक नहीं हैं।
दरभंगा । इस समाज में यदि कोई सबसे अधिक शोषित है तो वह है हमारे बच्चे हैं। बच्चों का शोषण जितना होता है उससे अधिक और किसी प्राणी का नहीं होता। इसका कारण है कि बच्चे अपने अधिकार के प्रति जागरूक नहीं हैं। बच्चों को जबतक उनके अधिकार क्या हैं यह नहीं बताया जाएगा वो अपना अधिकार लेना सीखेंगे ही नहीं। बाल संरक्षण सप्ताह इसी उद्देश्य से भारत सरकार के निर्देश पर आयोजित किया जा रहा है। इस सप्ताह के तहत विभिन्न स्कूलों और संस्थाओं में जाकर तरह तरह की प्रतियोगिताओं के आयोजन के माध्यम से हम लोग बच्चों को जागरूक कर रहे हैं। उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उन्हें अपने अधिकारों की जानकारी दे रहे हैं ।मंगलवार को रुहेलागंज , कादिराबाद स्थित ज्ञान सरिता पब्लिक स्कूल में बाल संरक्षण सप्ताह के अवसर पर चाइल्डलाइन के तत्वाधान में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत करते हुए चाइल्डलाइन के जिला समन्वयक रवींद्र कुमार ने उक्त बातें कहीं। इससे पूर्व विद्यालय में बच्चों के बीच चित्रांकन और कहानी लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में सफल छात्र छात्राओं को मोमेंटो दे कर पुरस्कृत किया गया । प्रथम स्थान पर जितेंद्र कुमार. द्वितीय स्थान पर अनुराधा कुमारी एवं तृतीय स्थान पर गजाधर और सृष्टि कुमारी. प्रिया कुमारी. निशा भारती. परी कुमारी .शबिस्ता को संत्वाना पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।इस अवसर पर चाइल्ड लाइन की केंद्र समन्वयक आराधना ने चाइल्डलाइन के महत्व और कार्यप्रणाली. टोल फ्री नंबर 1098 पर विस्तार से जानकारी दी। विद्यालय के प्राचार्य अमरनाथ साह ने बच्चों को चाइल्ड लाइन के बारे में जानकारी देते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया।