जीवन पर्यंत विद्यार्थी रहनेवाला व्यक्ति ही प्राप्त करता सफलता की ऊंचाई : मंत्री

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के जुबली हाल में शनिवार को 64 वीं बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में विजन सिविल सर्विस सेंटर के 91 सफल छात्रों का अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 12:49 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 12:49 AM (IST)
जीवन पर्यंत विद्यार्थी रहनेवाला व्यक्ति ही प्राप्त करता सफलता की ऊंचाई : मंत्री
जीवन पर्यंत विद्यार्थी रहनेवाला व्यक्ति ही प्राप्त करता सफलता की ऊंचाई : मंत्री

दरभंगा । ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के जुबली हाल में शनिवार को 64 वीं बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में विजन सिविल सर्विस सेंटर के 91 सफल छात्रों का अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। समारोह में 64 वीं बीपीएससी में सफल 91 छात्रों के अलावा संस्थान के शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। शिक्षक श्रीनारायण दास को उत्कृष्टता सम्मान से सम्मानित किया गया। संस्थान के पूर्व छात्र प्रभात ठाकुर की स्मृति में इस वर्ष सफल एवं मेधावी छात्रों को प्रभात ठाकुर छात्र उत्कृष्टता सम्मान से सम्मानित किया गया। विजन सिविल सर्विस सेंटर के निदेशक अजय किशोर ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि 2011 में दिल्ली से आने पर मिथिला को सिविल सेवा का हब बनाने का जो सपना मैंने देखा था, वह फलीभूत होता हुआ नजर आ रहा है। 64 वीं बीपीएससी में विजन सिविल सर्विस सेंटर के छात्रों ने बिहार में इतिहास रच दिया।

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आंख, कान, नाक खुली रखनेवाले ही सफल अधिकारी साबित होते

समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे श्रम संसाधन एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री जीवेश कुमार ने कहा कि समर्पण ,परिश्रम और उचित मार्गदर्शन से ही सफलता की इबारत लिखी जाती है। मिथिला के विद्यार्थी सफल कैरियर निर्माण के लिए पटना, दिल्ली जैसे शहरों का रुख करते पर अब विजन सिविल सर्विस सेंटर संस्थान की बदौलत वे दरभंगा में ही तैयारी कर रहे हैं। इससे ना सिर्फ मिथिला का मान बढ़ा है बल्कि गरीब तबके के विद्यार्थी भी लाभान्वित हो रहे हैं। कहा कि आंख,कान,नाक खुली रखने वाले ही सफल अधिकारी साबित होते हैं। पद प्राप्त होते ही अधिकारी वाली ठसक में मत डूबे अन्यथा जन अपेक्षा की पूर्ति नहीं कर पाएंगे।

समारोह के मुख्य अतिथि समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने कहा कि जितनी मेहनत नौकरी पाने के लिए करनी पड़ती है, उससे अधिक परिश्रम नौकरी करने में करनी पड़ती है। इसलिए जीवनपर्यंत विद्यार्थी रहनेवाला व्यक्ति ही सफलता की ऊंचाई प्राप्त कर पाता है। आज बिहारी प्रतिभा और परिश्रम का परचम हर प्रतियोगिता परीक्षा में लहराया है। हर राज्य में बिहार के लोग अधिकारी के तौर पर कार्यरत हैं। बिहार में औद्योगिक विकास का दायरा सीमित है और अन्य संसाधनों की भी कमी इसलिए यहां के बच्चे पढ़-लिखकर देश सेवा को ही अपना ध्येय बना लेते हैं।

समारोह का उद्घाटन करते हुए कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शशिनाथ झा ने कहा कि व्यक्ति की सफलता तभी सार्थक साबित होती है, जब उसका लाभ समाज-देश को मिलता है। विजन जैसे संस्थान विद्यार्थी को सफल बनाने के साथ-साथ उनको नैतिकवान भी बना रही है। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्वांचल विश्वविद्यालय, नेपाल के पूर्व कुलपति प्रो. घनश्याम लाल दास कर रहे थे। समारोह में डा. एडीएन सिंह, एमएलसी अर्जुन सहनी समेत अन्य मौजूद थे।

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