अरबों के बजट के बावजूद विवि परिसर में एक भी शौचालय नहीं

दरभंगा। दरभंगा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के परिसर में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Jan 2020 11:39 PM (IST) Updated:Sat, 04 Jan 2020 11:39 PM (IST)
अरबों के बजट के बावजूद विवि परिसर में एक भी शौचालय नहीं
अरबों के बजट के बावजूद विवि परिसर में एक भी शौचालय नहीं

दरभंगा। दरभंगा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के परिसर में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है। प्रत्येक दिन विवि मुख्यालय में चार जिलों से हजारों की संख्या में विद्यार्थी व अभिभावक काम करवाने के लिए आते हैं। विवि मुख्यालय में काम करवाने के लिए घंटो परिसर में ठहरना पड़ता है। मिथिला विश्वविद्यालय का बजट अरबों में हैं, लेकिन मिथिला विश्वविद्यालय के परिसर में सार्वजनिक शौचालय बनाने के लिए बजट कम पड़ जाता है। विवि परिसर में कई शौचालय का निर्माण कार्य वर्षों से चल रहा है, लेकिन अबतक कोई भी शौचालयों का काम पूरा नहीं हुआ है। प्रशासन से जब भी इस को लेकर बात की जाती है, तो वे कहते हैं कि जल्द ही शौचालय का निर्माण करा लिया जाएगा। लेकिन, अबतक इस पर कोई भी ठोस पहल नहीं की गई है।

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मैदान से रेवेन्यू हजारों में, पर शौचालय एक भी नहीं : मिथिला विवि के मैदान से प्रत्येक वर्ष हजारों रुपये का रेवेन्यू विवि प्रशासन को प्राप्त होता है, लेकिन मैदान में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है। मैदान में वर्ष भर कोई न कोई मेले व खेलों का आयोजन होता ही रहता है। मैदान के रेवेन्यू से ही परिसर में कई शौचालयों का निर्माण कराया जा सकता है। मेले व खेलों के आयोजन के दौरान खिलाड़ियों व लोगों को शौचालय नहीं रहने से काफी दिक्कत होती है। मेला देखने के लिए हजारों की संख्या में प्रतिदिन लोग मैदान में आते हैं। छात्र संगठनों ने भी परिसर में सार्वजनिक शौचालय की निर्माण के लिए विवि प्रशासन से मांग की है।

सुबह टहलने आते हैं विवि परिसर में लोग : विवि परिसर में हजारों की संख्या में लोग सुबह ठहरने आते हैं। सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सुबह ठहरने वालों में पुरुषों की संख्या में ज्यादा संख्या महिलाएं व लड़कियों की होती है। देश के प्रधानमंत्री की ओर से साफ-सफाई के लिए स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है। पर विवि परिसर में ही साफ-सफाई का कोई ख्याल नहीं रखा जा रहा है। विश्वविद्यालय में व्यक्ति निर्माण किया जाता है।

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