डीएमसीएच में तीसरी लहर की तैयारी पर भारी वेंटीलेटर का चालू नहीं होना

दरभंगा। दरभंगा मेडिकल कालेज सह अस्पताल के कोरोना की तीसरे लहर तैयारी आधी-अधूरी है। वेंटीलेटर और कर्मियों की कमी नहीं है। फिर भी जरूरत पड़ जाए तो व्यवस्था हांफने लगेगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 11:55 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 11:55 PM (IST)
डीएमसीएच में तीसरी लहर की तैयारी पर भारी वेंटीलेटर का चालू नहीं होना
डीएमसीएच में तीसरी लहर की तैयारी पर भारी वेंटीलेटर का चालू नहीं होना

दरभंगा। दरभंगा मेडिकल कालेज सह अस्पताल के कोरोना की तीसरे लहर तैयारी आधी-अधूरी है। वेंटीलेटर और कर्मियों की कमी नहीं है। फिर भी जरूरत पड़ जाए तो व्यवस्था हांफने लगेगी। वजह यह कि तमाम संसाधन होने के बाद भी उन्हें सुचारू नहीं किया जा सका है।

बताते हैं कि डीएमसीएच में 40 वेंटीलेटर हैं। इनमें से 25 वेंटीलेटर इस साल के फरवरी में ही आ गए। लेकिन, पहली लहर में ये काम नहीं आ सके। दूसरी लहर के दौरान जिला प्रशासन की सख्ती के बाद इन सभी वेंटीलेटर को लगाया गया। लेकिन, एक मात्र चालू आक्सीजन गैस प्लांट की क्षमता इन सभी वेंटीलेटर को चलाने की नहीं थी। इसके अलावा 15 वेंटीलेटर अलग से लगाए जा चुका हैं। इनमें से करीब एक दर्जन वेंटीलेटर चालू नहीं हो पाए हैं। बताया गया है कि अतिरिक्त आक्सीजन गैस प्लांट नहीं चालू होने के कारण यह वेंटीलेटर चालू नहीं हो पाए हैं।

कर्मियों की कमी नहीं

यहां चिकित्सकों की बहाली नेशनल मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया के मानक पर है। स्वास्थ्य कर्मियों का भी इंतजाम मानक के अनुरूप है। जिन कर्मियों की कमी है, उनकी जगह एनजीओ के कर्मियों को लगाया गया है। इनमें डाटा आपरेटर, सुरक्षा गार्ड, टेकनीशियन, लैब टेकनीशियन, ट्राली मैन, महिला ट्राली मैन, वार्ड अटेंडेंट आदि शामिल हैं। स्टाफ नर्स के 950 पद है। इसमें से करीब 400 पदों की बहाली दो साल में दो चरणों में की गई है। बोले प्राचार्य : कर्मियों की नहीं है कमी

डीएमसीएच के प्राचार्य डा. केएन मिश्रा ने बताया कि चिकित्सकों की कमी नहीं है। पारा मेडिकल कर्मियों की बहाली की गई है। जिस स्तर पर कर्मियों की कमी थी, उसे एनजीओ के कर्मियों से दूर किया जा रहा है। कई काम चल रहे हैं। तय सीमा के भीतर इस कार्य को संपन्न करा दिया जाएगा। तीसरी लहर के लिए यहां पुख्ता इंतजाम है।

chat bot
आपका साथी