विस समिति की जांच में उजागर होगा ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता की करनी का सच

- पांच सदस्यीय समिति की पहली बैठक में जांच की दिशा तय होने के साथ शुरू हो जाएगी जांच की प्र

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 12:10 AM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 12:12 AM (IST)
विस समिति की जांच में उजागर होगा ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता की करनी का सच
विस समिति की जांच में उजागर होगा ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता की करनी का सच

दरभंगा। आय से अधिक संपत्ति मिलने और भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे ग्रामीण कार्य विभाग दरभंगा के तत्कालीन कार्यपालक व दरभंगा अंचल के प्रभारी अधीक्षण अभियंता ई. अनिल कुमार की करनी का वास्तविक सच अब विधान सभा की विशेष समिति की जांच के बाद सामने आने की उम्मीद है। छह दिसंबर को विधानसभा की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक विधानसभा में दरभंगा के विधायक संजय सरावगी द्वारा ग्रामीण कार्य विभाग से संबंधित अल्पसूचित प्रश्न संख्या-11 के आलोक में पांच सदस्यीय विधान सभा समिति का गठन किया गया है। कहा गया है कि अधिसूचना जारी होने की तिथि से लेकर तीन महीने तक समिति का कार्यकाल होगा। इसी अवधि में जांच की प्रक्रिया पूरी की जानी है। जानकार बताते हैं कि समिति प्रारंभिक तौर पर उन तमाम दस्तावेजों को खंगालेगी, जिनसे अभियंता के खिलाफ हुई कार्रवाई की पूरी जानकारी साफ हो सके। यह देखा जाएगा कि अभियंता के पास से मिली संपत्ति व अन्य चीजों का क्या आधार है। प्रशासनिक व विभागीय स्तर पर की गई कार्रवाई की क्या स्थिति रही। समिति के गठन की सूचना जिले में आने के साथ यह कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार की जांच में अभियंता की करनी का पूरा सच सामने आ जाएगा। याद रहे कि विधायक संजय सरावगी की ओर से एक दिसंबर को विस में सवाल किया गया था और अगले ही दिन दो दिसंबर को अभियंता को विभाग ने निलंबित कर दिया था। समिति में शामिल हैं भाजपा, जदयू, राजद व कांग्रेस के विधायक बताया गया है कि समिति के सभापति झंझारपुर के विधायक नीतीश मिश्रा बनाए गए हैं। वहीं सदस्यों में विधायक विजय शंकर दूबे, अवध बिहारी चौधरी, संजय सरावगी व राज कुमार सिंह सदस्य के रूप में शामिल किए गए हैं। वहीं सचिव की जिम्मेदारी विस के सचिव को दी गई है। समिति में शामिल विधायकों में दो भाजपा, एक जदयू, एक राजद व एक कांग्रेस के विधायक शामिल किए गए हैं। समिति की बैठक शीघ्र बुलाई जानी है। इसी बैठक में जांच की रूप-रेखा और दिशा तय की जाएगी। समिति के सभापति ने स्पष्ट किया कि यह बड़ी जिम्मेदारी है। जांच निर्धारित समय सीमा के भीतर समिति पूरा करेगी। इसमें मुख्यत: विस सदस्य संजय सरावगी द्वारा उठाए गए प्रश्नों के आधार पर जांच होनी है।

यह है मामला

28 अगस्त 2021 को मुजफ्फरपुर के फकुली ओपी में वाहन जांच के दौरान ई. अनिल 18 लाख कैश के साथ पकड़े गए थे। इसके बाद दरभंगा के बरहेता स्थित आवास से 49 लाख कैश, जमीन के कागजात और लैपटाप आदि जब्त किया गया था। बाद में अभियंता को जमानत मिल गई थी।

इसी मामले में दरभंगा के विधायक संजय सरावगी ने एक दिसंबर को विधानसभा में अल्पसूचित प्रश्न किया। पूछा कि क्या यह बात सही है कि अगस्त-2021 में ग्रामीण कार्य विभाग दरभंगा अंचल के अधीक्षण अभियंता के 67 लाख नकद एवं करोड़ों की चल-अचल संपत्ति की बरामदगी के बाद भी उन्हें थाने से जमानत मिल गई। उनके विरुद्ध निलंबन की प्राथमिक कार्रवाई नहीं हुई। विभागीय मंत्री के जवाब के बाद भी विधायक ने विस में आवाज उठाई। इसके बाद विस अध्यक्ष ने विस समिति बनाने का नियमन दिया था और छह दिसंबर को समिति की घोषणा की गई।

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