पूर्व सांसद पप्पू यादव बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर
दरभंगा। जाप (लो.) सुप्रीमो सह पूर्व सांसद राजेश रंजन पप्पू यादव को शुक्रवार को पैथोलॉजिकल एव
दरभंगा। जाप (लो.) सुप्रीमो सह पूर्व सांसद राजेश रंजन पप्पू यादव को शुक्रवार को पैथोलॉजिकल एवं रेडियोलॉजिकल जांच के बाद दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक के नेतृत्ववार्ल मेडिकल बोर्ड ने पटना रेफर करने की अनुशंसा कर दी है। रिपोर्ट में बताया गया कि उनल्प्म किडनी में स्टोन है। हार्ट में गड़बड़ी है। इस कारण से पैदल चलने पर उना दम फूलता है। लिपिड प्रोफाइल बढ़ा हुआ है। इस स्थति में उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया है।
इससे पहले पूर्व सांसद की एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और इको जांच सरकारी खर्चे पर शहर के एक निजी अस्पताल में कराया गया। जांच रिपोर्ट की समीक्षा के बाद मेडिकल बोर्ड ने उपरोक्त निर्णय लिया। मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ. उमेशचंद्र झा ने बताया कि अबतक उनकी हालत ठीक है। लेकिन जो रिपोर्ट सामने आई है उसको देखते हुए बाद में परेशानी बढ़ सकती है। उन्होंने अबतर भोजन नहीं लिया है। उनको भोजन लेने की सलाह दी गई है। तत्काल वे फल का सेवन कर रहे हैं। भोजन नहीं करने से उनकी परेशानी आगे बढ़ सकती है। तत्काल उनको डीएमसीएच के गहन चिकित्सा कक्ष में रखा गया है। चिकित्सक उनके इलाज को लेकर 24 घंटे तैनात हैं। प्रशासनिक प्रक्रिया के बाद उन्हें पटना ले जाया जाएगा।इससे पहले गुरुवार की देर रात पप्पू की पत्नी पूर्व सांसद रंजीत रंजन डीएमसीएच पहुंची थीं। यहां उन्होंने पप्पू का हाल जाना था। साथ ही डीएमसीएच के चिकित्सकों से भी आवश्यक जानकारी ली थी। बता दें कि पूर्व सांसद पप्पू यादव को पटना पुलिस ने मंगलवार को लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर हिरासत में लिया था। इस बीच मधेपुरा पुलिस ने उन्हें जिले के कुमारखंड थाना में दर्ज कांड संख्या 9/89 में गिरफ्तार कर लिया था। मंगलवार की ही देर रात वीडियो कॉंफ्रेंसिग के जरिए उनकी पेशी मधेपुरा कोर्ट में की गई। वहां से उन्हें चौदह दिनों की न्यायिक हिरासत में बने क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया गया था। मधेपुरा पुलिस ने उन्हें वीरपुर में भेजा था। इस बीच उनकी तबीयत बिगड़ी। मेडिकल बोर्ड ने उन्हें बेहतर चिकित्सा के लिए गुरुवार को दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा। यहां उन्हें गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती किया गया है। जहां उनकी जांच व चिकित्सा चल रही है। समाचार प्रेषण तक पप्पू को पटना नहीं ले जाया गया था। -