आकाशवाणी में कुव्यवस्थाओं को ले निदेशक पर बरसे विद्यापति सेवा संस्थान के सदस्य

दरभंगा आकाशवाणी में मैथिली के लोकप्रिय कार्यक्रम को अन्य भाषा में प्रसारित किए जाने इसके प्रसारण समय में अनावश्यक छेड़छाड़ व इसकी गुणवत्ता में बरती जा रही लापरवाही सहित सोची-समझी साजिश के तहत संविधान सम्मत भाषा को अपमानित करते हुए करोड़ों मैथिली भाषी श्रोता की भावना से खिलवाड़ किए जाने आदि की शिकायत लेकर विद्यापति सेवा संस्थान का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को दरभंगा आकाशवाणी के केंद्र निदेशक उमाशंकर झा से मिला।दरभंगा आकाशवाणी में मैथिली के लोकप्रिय कार्यक्रम को अन्य भाषा में प्रसारित किए जाने इसके प्रसारण समय में अनावश्यक छेड़छाड़ व इसकी गुणवत्ता में बरती जा रही लापरवाही सहित सोची-समझी साजिश के तहत संविधान सम्मत भाषा को अपमानित करते हुए करोड़ों मैथिली भाषी श्रोता की भावना से खिलवाड़ किए जाने आदि की शिकायत लेकर विद्यापति सेवा संस्थान का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को दरभंगा आकाशवाणी के केंद्र निदेशक उमाशंकर झा से मिला।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 02:22 AM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 06:13 AM (IST)
आकाशवाणी में कुव्यवस्थाओं को ले निदेशक पर बरसे विद्यापति सेवा संस्थान के सदस्य
आकाशवाणी में कुव्यवस्थाओं को ले निदेशक पर बरसे विद्यापति सेवा संस्थान के सदस्य

दरभंगा। दरभंगा आकाशवाणी में मैथिली के लोकप्रिय कार्यक्रम को अन्य भाषा में प्रसारित किए जाने, इसके प्रसारण समय में अनावश्यक छेड़छाड़ व इसकी गुणवत्ता में बरती जा रही लापरवाही सहित सोची-समझी साजिश के तहत संविधान सम्मत भाषा को अपमानित करते हुए करोड़ों मैथिली भाषी श्रोता की भावना से खिलवाड़ किए जाने आदि की शिकायत लेकर विद्यापति सेवा संस्थान का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को दरभंगा आकाशवाणी के केंद्र निदेशक उमाशंकर झा से मिला। विद्यापति सेवा संस्थान के सदस्य ज्ञापन सौंपते ही निदेशक पर बरस पड़े। निदेशक पर पर मैथिली के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया। इस दौरान आकाशवाणी के निदेशक बार-बार अपनी गलती मांग रहे थे। लेकिन, प्रतिनिधिमंडल के सदस्य निदेशक से लिखित में माफी मांगने की बात पर अड़े रहे। विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू के नेतृत्व में केंद्र निदेशक से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकांत झा, विद्यापति सेवा संस्थान के सचिव प्रो. जीवकांत मिश्र, वैद्य गणपति नाथ झा, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. अशोक कुमार मेहता, प्रो. विजय कांत झा, विनोद कुमार झा, प्रवीण कुमार झा, डॉ. गणेश कांत झा व प्रो. चंद्रशेखर झा बूढ़ा भाई शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने मैथिली के लोकप्रिय कार्यक्रमों के प्रसारण में बरती जा रही लापरवाही के प्रति आक्रोश जताते हुए मामले की जांच कर दोषी पदाधिकारियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही किए जाने की जोरदार मांग की। प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता के दौरान में केंद्र निदेशक ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न संकट से आकाशवाणी का दरभंगा केंद्र भी अछूता नहीं है। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल से मानवीय भूल के कारण हुई इस घटना के कारण करोड़ों मैथिली भाषी की भावना आहत होने के लिए क्षमा याचना करते हुए भविष्य में इस तरह की गलती नहीं होने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि आकाशवाणी दरभंगा की स्थापना के मूलभूत उद्देश्यों से हुए सर्वथा वाकिफ हैं और दुर्भावना से प्रेरित होकर कार्यक्रमों के प्रसारण में छेड़छाड़ होने के आरोप पर इसकी तत्काल विभागीय स्तर पर जांच कराकर दोषी पाए जाने वाले अधिकारी को दंडित किए जाने का प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया। प्रतिनिधिमंडल की मांग पर उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों की गुणवत्ता के उन्नयन के लिए विषय विशेषज्ञों की एक समिति गठित किए जाने की भी बात कही।

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सभी कार्यक्रमों का प्रसारण अनिवार्य रूप से मैथिली में करने की मांग :

प्रधानमंत्री के स्थानीय मातृभाषा के उन्नयन कार्यक्रम के तहत आकाशवाणी दरभंगा से प्रसारित होने वाले सभी कार्यक्रमों का प्रसारण अनिवार्य रूप से मैथिली में किए जाने की प्रतिनिधिमंडल की मांग पर उन्होंने कहा कि मिथिला के आम जनता की भावना की वे कद्र करते हैं और उनकी इस भावना को अपने ऊपर के अधिकारियों तक पहुंचाने का काम करेंगे और विभागीय दिशा-निर्देश के अनुरूप आमजन के भरोसे पर खरा उतरने का भरसक प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि आकाशवाणी दरभंगा से प्रसारित कार्यक्रमों की उद्घोषणा मैथिली में हो इसके लिए विभागीय स्तर पर प्रयास करेंगे। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि इस केंद्र से प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों को प्राथमिकता के आधार पर अनिवार्य रूप से जनजागृति का माध्यम बनाए जाने पर उनका विशेष ध्यान रहेगा।

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