अनियमितता की जांच के लिए समिति के गठन की कुलपति से मांग

दरभंगा। मधुबनी जिले के झंझारपुर प्रखंड के तुलापतगंज निवासी गौरीशंकर साह ने मंगलवार को दरभंगा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति और परीक्षा नियंत्रक को आवेदन देकर पीएचडी एडमिशन टेस्ट 2019 में विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग में कथित अनियमितता की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय जांच समिति के गठन की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jan 2020 12:59 AM (IST) Updated:Wed, 08 Jan 2020 12:59 AM (IST)
अनियमितता की जांच के लिए समिति के गठन की कुलपति से मांग
अनियमितता की जांच के लिए समिति के गठन की कुलपति से मांग

दरभंगा। मधुबनी जिले के झंझारपुर प्रखंड के तुलापतगंज निवासी गौरीशंकर साह ने मंगलवार को दरभंगा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति और परीक्षा नियंत्रक को आवेदन देकर पीएचडी एडमिशन टेस्ट 2019 में विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग में कथित अनियमितता की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय जांच समिति के गठन की मांग की है। आवेदन में कहा गया है कि इतिहास विभाग की ओर से एक ऐसे आवेदक का चयन किया गया है जो साक्षात्कार में उपस्थित भी नहीं था। उन्होंने कहा है कि इतिहास विभाग में कुछ ऐसे लोग मौजूद है, जिन्होंने विश्वविद्यालय के नियम को ताक पर रख कर काम किया है। इससे विश्वविद्यालय की साफ-सुथरी छवि को धूमिल हो रही है। साह के मुताबिक, उन्होंने सोमवार को 12:30 बजे जब इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष का ध्यान उपरोक्त बातों पर आकृष्ट करने के लिए आवेदन दिया, तो उन्होंने आवेदन लेने से भी इंकार कर दिया। आवेदन ना लेना एक दूषित मानसिकता का परिचायक है। साह का कहना है कि अगर यही स्थिति रही, तो विश्वविद्यालय में अलोकतांत्रिक व्यक्तियों और विचारों का बोलबाला हो जाएगा। इससे अपने हक के लिए कोई आवाज नहीं उठाएगा। साह ने कहा कि इतिहास विभाग में जो गलत अभ्यर्थी का चयन हुआ है, उसके लिए उच्च स्तरीय जांच की जाए और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। इससे उचित अ‌िर्भ्यथयों को शोध का अवसर प्राप्त हो सकेगा।

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