दरभंगा में पिता की अर्थी सजा रहे पुत्र की करंट से मौत
विश्वविद्यालय थानाक्षेत्र के आजमनगर मोहल्ला में शनिवार को दिल दहला देनेवाली घटना हुई। पहले बीमारी से पिता की मौत हो गई। इसके फौरन बाद अंतिम संस्कार की तैयारी के दौरान करंट से इकलौते पुत्र की मौत हो गई। घटना की सूचना जंगल के आग की तरह फैली और लोगों की भीड़ मौके पर पहुंची। एक साथ एक ही घर से दो शवों को उठाया गया।
दरभंगा । विश्वविद्यालय थानाक्षेत्र के आजमनगर मोहल्ला में शनिवार को दिल दहला देनेवाली घटना हुई। पहले बीमारी से पिता की मौत हो गई। इसके फौरन बाद अंतिम संस्कार की तैयारी के दौरान करंट से इकलौते पुत्र की मौत हो गई। घटना की सूचना जंगल के आग की तरह फैली और लोगों की भीड़ मौके पर पहुंची। एक साथ एक ही घर से दो शवों को उठाया गया।
बताया जाता है कि स्थानीय निवासी मनोज महतो बीमार चल रहे थे। इलाज के दौरान डीएमसीएच में उनकी मौत हो गई। देर शाम में शव को घर लाया गया। अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। इधर, पिता के शव को देख इकलौते पुत्र रंजन कुमार महतो (19) दहाड़ मारकर रोने लगा। इस क्रम में वह घर के बाहर लगे बिजली प्रवाहित पोल के संपर्क में आ गया। जिससे उसकी पल भर में मौत हो गई। इसके बाद अफरातफरी की स्थिति हो गई। लोग समझ नहीं पा रहे थे रंजन को क्या हो गया है। लेकिन, पल भर में झटका के साथ रंजन नीचे गिर गया। इसके बाद लोगों को एहसास हुआ कि उसे करंट लग गया है। इसके बाद विद्युत विभाग के खिलाफ लोगों का अचानक आक्रोश बढ़ गया। विद्युत विभाग की लापरवाही से स्थानीय लोग दंग थे। देखते ही देखते पीड़ित परिवार के पक्ष दर्जनों लोग सड़क पर उतर गए। हालांकि, सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष सत्यप्रकाश झा ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया। इसके बाद उन्होंने घटना स्थल से रंजन के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि आगे की कार्रवाई चल रही है। बता दें कि पांच बहनों में रंजन इकलौता भाई था। यही कारण था कि रंजन की मां अपने पुत्र के शव से लिपटकर बार-बार कह रही थी उठो, तुम्हें पिता का अंतिम संस्कार करना है। तुम इकलौते चिराग हो। तुम मुखाग्नि नहीं दोगे तो कौन देगा। यह ²श्य देख आस-पास के लोग भी अपने आंसू को चाहकर भी रोक नहीं पाए।