स्वास्थ्य सुविधाओं का टोटा, ग्रामीण इलाके में मारे-मारे फिर रहे गरीब

दरभंगा। ग्रामीण क्षेत्रों में कोराना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। बेनीपुर अनुमंडल के कई

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 12:01 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 12:01 AM (IST)
स्वास्थ्य सुविधाओं का टोटा, ग्रामीण इलाके में मारे-मारे फिर रहे गरीब
स्वास्थ्य सुविधाओं का टोटा, ग्रामीण इलाके में मारे-मारे फिर रहे गरीब

दरभंगा। ग्रामीण क्षेत्रों में कोराना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। बेनीपुर अनुमंडल के कई गांवों में लोगों की जान गई है। लोग होम आइसोलेशन में हैं। इन सबके बीच बेनीपुर में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल की बदहाल हैं। क्षेत्र के कई गावों में दर्जनों लोग सर्दी बुखार से पीड़ित हैं। एक दर्जन से अधिक गांवों में लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद गांव की गली को स्थानीय प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन बनाकर सावधानी के सुझाव दे दिए। लेकिन, ग्रामीण चिकित्सा केंद्रों की हालत पतली हो गई है।

बहेड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीन गावों में चलनेवाले कुल 14 उपस्वास्थ्य केंद्रों पर डेढ़ दर्जन से अधिक एएनएम का पद स्वीकृत है। लेकिन वर्तमान में अधिकांश उप स्वास्थ्य केंद्रों पर एएनएम के नहीं जाने को लेकर स्वास्थ्य उप केंद्रों में ताला लटका हुआ है। बताया जाता हैं की सर्दी बुखार से पीड़ित लोगों को सामूहिक तौर पर जांच करने की व्यवस्था गावों में दुरुस्त नहीं है। बस कोरम पुरा किया जा रहा है। अबतक इलाज के अभाव में विभिन्न गावों में कोरोना के आधा दर्जन मरीजों की मौत हो चुकी है। अधिकांश लोगों का कहना हैं कि गावों के मरीजों की जान अभी भी ग्रामीण चिकित्सक ही बचा रहे हैं।

महिनाम गांव में अतिरिक्त स्वास्थ्य उपकेंद्र बनकर तैयार है। लेकिन, संसाधनों की कमी तथा डाक्टर एवं कर्मियों की नियुक्ति नहीं होने के कारण उक्त अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में भी ताला लटका हुआ है। इसी तरह शहरी इलाके में बेनीपुर अनुमंडलीय अस्पताल एवं बहेड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक एवं संसाधनों की घोर कमी के कारण मरीजों का समुचित ईलाज नहीं हो पा रहा हैं।

बेनीपुर अनुमंडलीय अस्पताल के बगल में एएनएम स्कूल में बने आइसोलेशन कक्ष में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए समुचित रूप से व्यवस्था नहीं रहने के कारण इस क्षेत्र के गंभीर हालत बाले कोरोना मरीजों को दरभंगा डीएमसीएच के आइसोलेशन कक्ष में ही भर्ती होना पड़ रहा हैं। स्थानीय लोग अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. आर सी झा को प्रभारी के पद से हटाए जाने को लेकर काफी आक्रोशित हैं। लोगों का कहना हैं कि अस्पताल में साफ सफाई व मरीजों को भोजन देने के नाम पर पिछले कई वर्षों में लाखों रुपये की हेराफेरी करने बाले एनजीओ पर तत्कालीन प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. आरसी झा द्वारा अंकुश लगाए जाने के कारण ही उनको इस पद से हटाया गया। इस कारण अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह चौपट होती जा रही है।

नए प्रभारी उपाधीक्षक ने कहा- गंभीर मरीज भेजे जाते हैं डीएमसीएच अनुमंडलीय अस्पताल के नए प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. जितेन्द्र प्रसाद का कहना है कि अस्पताल के एएनएम स्कूल में कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन का कार्य जारी है। आइसोलेशन कक्ष में कोराना के मरीज कम आ रहे हैं। गंभीर रूप से बीमार कोराना मरीजों डीएमसीएच में इलाज के लिए भेजा जाता है।

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