कुशेश्वरस्थान के विकास को सरकार व जल संसाधन विभाग कृतसंकल्पित : संजय

दरभंगा। कुशेश्वरस्थान को बाढ़मुक्त करने और हर गांव को सड़क से जोड़ने के लिए सरकार और जल संसाधन विभाग संकल्पित है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 11:43 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 11:43 PM (IST)
कुशेश्वरस्थान के विकास को सरकार व जल संसाधन विभाग कृतसंकल्पित : संजय
कुशेश्वरस्थान के विकास को सरकार व जल संसाधन विभाग कृतसंकल्पित : संजय

दरभंगा। कुशेश्वरस्थान को बाढ़मुक्त करने और हर गांव को सड़क से जोड़ने के लिए सरकार और जल संसाधन विभाग संकल्पित है। उपरोक्त बातें सूबे के जल संसाधन व सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने कही। वे बुधवार को कुशेश्वरस्थान के निर्मला पैलेस में जल संसाधन सहित सड़क निर्माण एवं कृषि और नवार्ड के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। कहा- यह विभाग के लिए चुनौती है कि कुशेश्वरस्थान को किस तरह बाढ़ से मुक्त कराया जाए। उन्होंने अधिकारियों को समय का सदुपयोग करते कार्य पूरा करने को कहा। कहा कि यह विभाग के लिए चुनौती है की कुशेश्वरस्थान को किस तरह बाढ़ से मुक्त कराया जाए। मंत्री झा ने जलजमाव की समस्या से कुशेश्वरस्थान को मुक्त कराने के लिए प्रत्येक बिदुओं पर बारीकी से सर्वेक्षण कर 16 दिसंबर को कार्य प्रारंभ करने का निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिया। इस दौरान बाढ़ नियंत्रण अंचल दरभंगा के कार्यपालक अभियंता प्रिय शंकर अप्पू ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से सेटेलाइट से ली गई भौगोलिक स्थिति की जानकारी मंत्री को दी ।अप्पू ने कुशेश्वरस्थान विधानसभा के जलजमाव क्षेत्र को सात चैनलों में चिन्हित किए जाने की जानकारी दी। बताया कि कमला, करेह के तटबंध 12 एवं चार फाटक के दो स्लूइस गेट बनवाने की कार्य योजना तैयार की गई है । जिससे क्षेत्र में बारिश के दौरान होने वाले जलजमाव की निकासी और सिचाई के लिए नदियों से पानी को लिया जाना आसान होगा। वहीं, नदियों में हुए सिल्टेशन की भी जानकारी दी और उड़ाही की आवश्यकता बताई। अप्पू ने क्षेत्र में हुए जलजमाव की स्थलों की जानकारी दी और सोहरवा घाट एवं डोडिया पुल का स्थल निरीक्षण करवाया। मंत्री झा ने कहा कि लोगों की अन्य बुनियादी सुविधाएं पर भी ध्यान दिया जाना है। बैठक में कृषि एवं सड़क निर्माण से जुड़ी समस्याओं पर भी विस्तार से चर्चा की गई। विभाग के अधिकारियों ने विस्तार से कार्य योजना की जानकारी दी। मौके पर विधायक अमन भूषण हजारी, जिलाधिकारी डा. त्यागराजन एसएम, एसडीओ संजीव कुमार कापड, एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी, लोक शिकायत निवारण अधिकारी नदीमुल गफ्फार सिद्दीकी, बीडीओ किशोर कुमार, सीओ अखिलेश कुमार, बीएओ अमरेश प्रसाद गुप्ता, संजय सिंह आदि मौजूद थे।

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कमला नदी तटबंध में बनेगा डैम

जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने जलजमाव व बाढ़ से मुक्ति को लेकर विभाग द्वारा शुरु किए जाने वाले कार्य को लेकर हरौली गांव स्थित कमला उपधारा नदी का मुआयना किया। इस दौरान मंत्री झा ने जिलाधिकारी डा. त्यागराजन एसएम व विभागीय अभियंता से कार्य के बाबत जानकारी ली। विभागीय अभियंताओं ने जल जमाव व बाढ़ से मुक्ति को लेकर तैयार किए गए योजना के बारे में जानकारी देते बनाए मैप को दिखाया। साथ ही नदी से निकलने वाले गाद से नदी किनारे किसानों के खेत प्रभावित होने की भी जानकारी दी। इसपर मंत्री ने हरहाल में अभी छोटे-छोटे पार्ट बांटकर होने वाले कार्य को शुरु करने का निर्देश दिया। बड़े कार्य एक-दो माह के बाद शुरु करने की बात कही। हरौली गांव में नदी किनारे छठ घाट बनाए जाने की मांग पर मंत्री झा ने नदी किनारे घाट बनाने का निर्देश विभागीय अधिकारीयों को दिया। साथ ही क्षेत्र से पानी की निकासी को लेकर कमला नदी तटबंध में डैम बनाने का निर्देश भी दिया।

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जलकुंभी से तैयार किया जा सकेगा जैविक खाद : डा. दिव्यांशु

जल संसाधन मंत्री की बैठक में कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डा. दिव्यांशु शेखर ने जलकुंभी से जैविक खाद बनाने के जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जलकुंभी तो चारा काटने वाली मशीन से हनुमान कुट्टी काटकर गोबर में मिक्स कर कुछ दिन छोड़ दिए जाने के बाद खेतों में देने से यह जैविक खाद का कार्य करती है। जिसमें पोटाश एवं डीएपी की गुणवत्ता होती है। इससे पूर्व उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की चर्चा करते हुए बताया कि यहां मखाना, सिघाड़ा और कमलगट्टा की खेती की जा सकती है। जिससे किसानों की आय भी बढ़ेगी। बताया कि जिस जगह सात से आठ फीट पानी जमा रहता है, वहां मखाना, सिघाड़ा व कमलगट्टा की खेती की जा सकती है। जिसका प्रशिक्षण कार्य चल रहा है। मखाना केंद्र पर इन दिनों 70 लोगों को प्रशिक्षित दिया जा रहा है। वहीं, समेकित कृषि प्रणाली पर जानकारी देते हुए आत्मा परियोजना के निदेशक पूर्णेंदु नाथ झा ने कृषि माडल का डेमो प्रदर्शित किया।

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इनसेट : नित्य नए कीर्तिमान रच रहा है दरभंगा एयरपोर्ट, जल्दी ही दूर होगी खामियां

फोटो : 09 डीआरजी 29

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मिथिला के विकास की आकांक्षा अब जाग चुकी है। वर्षों का सपना अब साकार होने लगा है। उड़ान योजना की ऐतिहासिक कामयाबी ने मिथिला के सर्वांगीण विकास के सभी दरवाजे खोल दिए है। सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में मिथिला न सिर्फ अव्वल स्थान पर काबिज हो चुका है, बल्कि यह नित्य प्रतिदिन नए कीर्तिमान रच रहा है। उपरोक्त बातें जल संसाधन एवं सूचना व जनसंपर्क मंत्री संजय झा ने बुधवार को महात्मा गांधी शिक्षण संस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान कही। 'दरभंगा एयरपोर्ट सअ उड़ान शुरु भेलाक बादक मिथिला' विषय पर संगोष्ठी का उद्घाटन एवं मणिकांत झा रचित पुस्तक 'आंखिक पांखि मिथिलाक उड़ान' का लोकार्पण करते उन्होंने इसका पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दी।कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट हाइवे पर अवस्थित संभवत: देश का इकलौता हवाई अड्डा है, जिसकी रही सही कमी जल्दी दूर हो जाएंगी। मौके पर विष्णु कांत झा, लनामिवि दूरस्थ शिक्षा निदेशक अशोक कुमार मेहता, सीएम साइंस कालेज के वरिष्ठ प्राध्यापक डा. अशोक कुमार झा, जदयू किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव देव कुमार झा, वरीय अधिवक्ता सुरेंद्र कुमार चौधरी, जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष कन्हैया कुमार साह, आदि मौजूद थे। स्वागत भाषण महात्मा गांधी शिक्षण संस्थान के चेयरमैन हीरा कुमार झा ने किया।

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