गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हुआ दरभंगा के फवाद गजाली का नाम
दरभंगा। अच्छे शिक्षक व लेखक की पहचान उसकी कलम होती है। दरभंगा जिला उर्दू बा•ार निवासी
दरभंगा। अच्छे शिक्षक व लेखक की पहचान उसकी कलम होती है। दरभंगा जिला उर्दू बा•ार निवासी शिक्षक, लेखक व आगोश वेल्फेयर ट्रस्ट के संस्थापक फवाद गजाली ने 133 अर्जुन पुरस्कार विजेता खिलाड़ियों पर अंतरराष्ट्रीय काव्य संकलन के अवसर पर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपनी जगह बनाई है। उन्होंने बिहार की रग्बी खिलाड़ी स्वीटी कुमारी पर शोध करते हुए अपना काव्य शोध भेजा था। इसके बाद उनके शोध काव्य का चयन कर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रमाण पत्र के अतिरिक्त भारत सरकार के एमएचआरडी द्वारा मान्यता प्राप्त संस्था स्पोर्ट्स एकेडमी एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसपीएए व इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन आइएचआरओ द्वारा भी प्रमाण पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया गया। इस मौके पर अकादमिक काउंसलर, इग्नू?, विशेषज्ञ .केंद्रीय हिदी निदेशालय, भारत सरकार की डॉ विदुषी शर्मा ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय काव्य संकलन में देश विदेश के लगभग 139 बड़े शोधकर्ता व रचनाकारों ने भाग लिया। सभी ने ऐसे खिलाड़ियों पर शोध किया जिन्होंने विभिन्न खेलों में भारत का नाम रोशन किया।
संस्था ने यह दावा किया है कि जल्द ही यह पुस्तक के रूप में हमारे बीच होगी जो स्वयं गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में विश्व रिकॉर्ड बन जाएगा। क्योंकि यह विश्व रिकॉर्ड बनने के अंतिम चरण की ओर अग्रसर है। इसमें देश-विदेश के प्रतिष्ठित साहित्यकार, शिक्षाविद आदि सम्मिलित है जिनमें कपिल कुमार बेल्जियम, डॉ रमा जापान, डॉ सीमा भांति अमेरिका, शालिनी वर्मा दोहा जर्मनी आदि शामिल है। इसके अतिरिक्त इसरो की वरिष्ठ वैज्ञानिक और चंद्रशेखर शर्मा मोतीलाल नेहरू विद्यालय ऑफ स्पोर्ट्स के राई में स्पोर्ट्स कोच है आदि भी शामिल हैं। संस्था के सहयोगी के रूप में स्पोर्ट्स अकैडमी एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसपीएए भारत सरकार के एमएचआरडी द्वारा मान्यता प्राप्त यह एक ऐसी संस्था है जो विभिन्न प्रकार के खेलों में जैसे कबड्डी, बैडमिटन ,कुश्ती में स्नातक, स्नातकोत्तर मैनेजमेंट इत्यादि से संबंधित कोर्स करवाती है, शामिल थी । इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स आर्गेनाईजेशन ने भी पहल दिखाते हुए डॉ विदुषी शर्मा जी के साथ सहयोग किया।