अहिल्यास्थान और गौतमकुंड के विकास का होगा पूरा प्रयास : प्रधान सचिव

दरभंगा। पर्यटन विभाग के सचिव संतोष कुमार मल्ल बुधवार को कमतौल थाना क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध अहिल्यास्था

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 11:52 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 11:52 PM (IST)
अहिल्यास्थान और गौतमकुंड के विकास का होगा पूरा प्रयास : प्रधान सचिव
अहिल्यास्थान और गौतमकुंड के विकास का होगा पूरा प्रयास : प्रधान सचिव

दरभंगा। पर्यटन विभाग के सचिव संतोष कुमार मल्ल बुधवार को कमतौल थाना क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध अहिल्यास्थान व गौतमकुंड पहुंचे। वहां चल रहे विकास कार्यों का अवलोकन किया। प्रांगण स्थित विशाल राम मंदिर की जीर्ण-शीर्ण अवस्था और आसपास फैली गंदगी को देख भड़क उठे। ग्रामीणों के साथ अहिल्या गहवर, राम मंदिर, सत्संग भवन, धर्मशाला आदि का निरीक्षण किया। मंदिर में जगह-जगह दरार देख चिता जताई। इस दौरान प्रधान सचिव को स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब आठ वर्ष पूर्व 18 मई 2013 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यहां आए थे। इस दौरान उन्होंने अहिल्यास्थान मंदिर को संरक्षित करते हुए विशेषज्ञों की टीम को मंदिर की खोई सुंदरता को उसी रुप में बहाल करने का निर्देश दिया था। तबसे अबतक कई बार विशेषज्ञों की टीम ने यहां का निरीक्षण किया। लेकिन, धरातल पर कुछ भी नजर नहीं आ रहा। लोगों की बात सुन प्रधान सचिव ने इस संबंध में दरभंगा के जिलाधिकारी से बात कर समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया। कहा- मंदिर के विकास के लिए जितना उनसे बन पड़ेगा, वे करेंगे। इस दौरान स्थानीय लोगों ने अतिक्रमण की ओर भी प्रधान सचिव का ध्यान आकृष्ट कराया। इसपर प्रधान सचिव ने तुरंत अंचलाधिकारी को अतिक्रमिति भूमि को चिन्हित कर आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया। स्थानीय लोगों ने जब इस स्थान के रामायण सर्किट से जुड़े होने की बात बताते हुए इसके चहुंमुखी विकास की बात कही तो उन्होंने कहा कि अभी तक यह रामायण सर्किट से नहीं जुड़ा है। इसके बाद प्रधान सचिव गौतमाश्रम पहुंचे। वहां भव्य मंदिर निर्माण को देख बेहद प्रभावित हुए। स्थानीय लोगों ने उन्हें जनसहयोग से मंदिर निर्माण की बात बताई। लोगों ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी जब यहां आए थे तो बेहद प्रभावित हुए थे। इसके बाद उन्होंने विकास के लिए यहां राशि भी आवंटित करवाई। उससे कुंड का सौंदर्यीकरण सहित कई विकास कार्य हुए। स्थानीय मुखिया पल्लवी रानी के द्वारा मनरेगा के तहत भी यहां विकास कार्य कराए गए है। कुंड की उड़ाही के लिए इसे सुखाया गया है। स्थानीय लोगों ने यहां रात में ठहरने के लिए यात्री निवास बनवाने का अनुरोध किया। कहा कि यहां दूर-दूर से काफी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते है। रात में ठहरना चाहते है। लेकिन यात्री निवास नहीं होने के कारण यह संभव नहीं हो पाता है। मौके पर जाले बीडीओ राजेश कुमार, सीओ अनिल कुमार मिश्र, मनरेगा के पीओ संजीव कुमार आदि मौजूद थे।

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