एम्स निर्माण के लिए जमीन का करें सर्वे
दरभंगा। एम्स निर्माण के लिए दरभंगा सदर और बहादुरपुर अंचल में चिन्हित जमीन का समुचित रुप से
दरभंगा। एम्स निर्माण के लिए दरभंगा सदर और बहादुरपुर अंचल में चिन्हित जमीन का समुचित रुप से सर्वे करें। एम्स के लिए चिह्नित जमीन में डीएमसीएच के ऐसे कई ऐसे भवन हैं जिन्हें हटाने की जरूरत होगी। उपरोक्त बातें जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहीं। वे शनिवार को डीएमसीएच ऑडिटोरियम में एम्स निर्माण को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। कहा- डीएमसीएच के निर्माण के समय कुछ जमीन पीएचईडी को भी जलापूर्ति के लिए दी गई थी। जिसपर कुछ निर्माण कार्य किए गए है। इसके अतिरिक्त चिकित्सकों का क्वार्टर भी इस जमीनों पर बना हुआ है। एम्स निर्माण के लिए 200 एकड़ जमीन का हस्तांतरण एम्स को किया जाना है। इसमें सदर अंचल की 175 एकड़ एवं बहादुरपुर अंचल की 25 एकड़ जमीन शामिल है। डीएम ने बैठक में उपस्थित भूमि सुधार उपसमाहर्ता सदर मो. सादुल हसन और सदर अंचलाधिकारी अरूण सक्सेना सहित बहादुरपुर के सीओ को जमीन चिन्हित को लेकर कई दिशा-निर्देश दिए। कहा कि एम्स के लिए चिह्नित जमीन में डीएमसीएच के ऐसे कई ऐसे भवन हैं जिन्हें हटाने की जरूरत होगी। सभी भवनों को चिन्हित करते हुए अच्छी तरह से चिन्हित जमीन का सर्वे करें, ताकि ससमय इन भवनों तथा इन निर्माणों को हटवाया जा सके। बता दें कि दरभंगा में एम्स निमार्ण को लेकर पिछले कई वर्षों से पहल की जा रही थी। केंद्र सरकार की ओ से बिहार को एक नया एम्स मिलने के बाद यह संशय की स्थिति थी कि बिहार में एम्स का निर्माण कहां होगा। लेकिन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ और स्पष्ट संकेत दिए कि पटना के बाद डीएमसीएच सूबे का दूसरा सबसे बड़ा और पुराना चिकित्सा संस्थान है। इसलिए दरभंगा में ही एम्स का निर्माण होगा। इसके बाद केंद्रीय टीम ने एम्स निर्माण को लेकर दो बार डीएमसीएच का निरीक्षण किया था। इस दौरान टीम ने कुछ खामियां गिनाई थी, जिसे दूर करने का आश्वासन दिया गया था। मौके पर नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा, अपर समाहर्ता विभूति रंजन चौधरी, डीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. हर्ष नारायण झा, डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. मणिभूषण शर्मा, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अजय कुमार, डीडीएम बीएमआईसीएल, कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग आदि मौजूद थे।