लगातार तीन दिनों की बारिश से तापमान में गिरावट

दरभंगा। जिले में पिछले तीन दिनों से रही बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज किया जा रह

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 May 2021 11:57 PM (IST) Updated:Fri, 21 May 2021 11:57 PM (IST)
लगातार तीन दिनों की बारिश से तापमान में गिरावट
लगातार तीन दिनों की बारिश से तापमान में गिरावट

दरभंगा। जिले में पिछले तीन दिनों से रही बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज किया जा रहा है। जहां अधिकतम तापमान में सामान्य (37.1) से 12.1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। गुरुवार को इसे 25 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य (24.4) से करीब दो डिग्री नीचे 22.5 पर रहा। पूसा कृषि विश्वविद्यालय स्थित मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को विगत 24 घंटे में 52.2 मिलीमीटर बारिश हुई है। मौसम विज्ञानी डॉ. ए. सत्तार के अनुसार अगले दो दिनों तक बारिश हो सकती है। इस दौरान मध्यम हवा भी चलेगी। वहीं शुक्रवार को अधिकतम तापमान में सामान्य (37) से 7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार को 12.1 मिली लीटर बारिश हुई। शुक्रवार की अहले सुबह से ही जिले में दिनभर झमाझम बारिश होती रही । जिस कारण नगर निगम क्षेत्र के लगभग दर्जनभर वार्डों में जलजमाव की स्थिति बनी रही। यही हाल ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखी गया। ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों पर जलजमाव के कारण लोगों का घरों से निकलना दूभर रहा। विगत दो दिनों से तेज हवा और बारिश के कारण जिलों में विद्युत व्यवस्था चरमरा गई है। बेनीपुर, घयश्यामपुर, जाले, केवटी, हायाघाट, तारडीह आदि प्रखंड के कई गांवों में बुधवार से ही बिजली का आंखमिचौली चल रही है।

धान का बिचड़ा गिराने के लिए खेतों की जोताई आवश्यक : मौसम वैज्ञानिक जिले में पिछले तीन दिनों से मानसून पूर्व हुई बारिश के बाद खेतों में नमी आने लगी है। गेहूं की कटाई करने के बाद बारिश होने का इंतजार कर रहे किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई है। इस सप्ताह दूसरी बार हुई बारिश से चिलचिलाती धूप से भी लोगों को निजात मिल रहा है। बारिश थमने के बाद ग्रामीण इलाकों में बैलों की घंटियां बजने लगी। किसान हल-बैल के साथ खेतों में उतर आए। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में किसान धान का बिचड़ा गिराने के लिए खेतों की जुताई कर रहे हैं। किसानों का मानना है कि यदि मौसम अनुकूल रहा और मानसून पूर्व बारिश होती रही तो धान के बीचड़े जल्द हीं तैयार हो जाएंगे। खेतों में नमी रहने के कारण उन्हें रोपनी में भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इधर मौसम वैज्ञानिक ने भी किसानों को सलाह दी है कि वर्तमान समय धान का बिचड़ा गिराने के लिए उपयुक्त है। किसान खेतों की जोताई कर धान का बिचड़ा गिरा सकते हैं। -----------

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