बायोलॉजी के साथ ही विज्ञान के मुख्य विषयों की परीक्षा हुई सम्पन्न
दरभंगा। इंटरमीडिएट परीक्षा के पांचवें दिन शुक्रवार को जीव विज्ञान की परीक्षा के साथ ही वि
दरभंगा। इंटरमीडिएट परीक्षा के पांचवें दिन शुक्रवार को जीव विज्ञान की परीक्षा के साथ ही विज्ञान के परीक्षार्थियों के तनाव की बेला बीत गई। अब केवल हिन्दी और मैथिली, उर्दू आदि शेष हैं। कला संकाय की हिन्दी परीक्षा में रिकॉर्ड भीड़ उमड़ी। शहर के चौक चौराहे पर लंबी कतार लग गई। कहीं कहीं तो इतना भीषण जाम लगा कि परीक्षार्थियों के पसीने छूटने लगे। विज्ञान संकाय की परीक्षा भौतिकी विषय के साथ आरंभ हुई थी। गणित, रसायन, अंग्रेजी और शुक्रवार को जीव विज्ञान की परीक्षा भी सम्पन्न हो गई। मारवाड़ी कॉलेज परीक्षा केंद्र से निकलने वाली परीक्षार्थी रौशनी कुमारी के ललाठ चमक रहे थे। उसके माथे की चमक बता रही थी की परीक्षा बेहतर गई है। इसे उसने खुले मन से स्वीकार भी किया। कहा प्रश्नों का स्तर बहुत बेहतर था सीधा सीधा प्रश्न था। कहीं कोई ट्विस्ट नहीं था। जिसने भी एनसीईआरटी की पुस्तक से अपनी तैयारी की होगी उसके जीव विज्ञान का पेपर अच्छा ही गया होगा। कुंवर सिंह कॉलेज परीक्षा केंद्र के पास परीक्षा के बाद पाने सहपाठियों से प्रश्न पत्र को लेकर चर्चा करते हुए अश्विनी कुमार सिंह ने कहा कि दीर्घउत्तरीय प्रश्न भी इतने सरल थे कि इसका उत्तर देने में किसी प्रकार की कोई घबराहट नहीं हुई। हालांकि कोरोना के कारण हमारी कोई बेहतर तैयारी नहीं थी। लेकिन प्रश्न पत्र इतने अच्छे थे पूछने का ढंग इतना बेहतर था कि किसी को कोई कठिनाई नहीं हुई। जीव विज्ञान के शिक्षक ओपी राय भी मानते हैं कि संक्षिप्त एवं दीर्घउत्तरीय दोनों प्रकार के प्रश्न बहुत सीधे एवं सरल थे। बिहार बोर्ड के प्रश्न पत्र चयनकर्ताओं ने कोरोना महामारी के कारण बच्चों की बाधित हुई पढ़ाई को ध्यान में रखा था। जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ महेश प्रसाद सिंह ने कहा कि पहले दिन के अलावा शेष चार दिनों में कहीं से किसी प्रकार के कदाचार की कोई सूचना नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि अभिभावक भी कदाचार मुक्त परीक्षा संचालन में सहयोग कर रहे हैं। शुक्रवार को जीव विज्ञान की परीक्षा में 5536 परीक्षार्थी आवंटित थे। इसमें 5479 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। 57 परीक्षार्थियों अनुपस्थित थे। दूसरी पाली में कला संकाय की हिन्दी की परीक्षा में 23764 परीक्षार्थी आवंटित थे। इसमें 23335 परीक्षार्थी ही परीक्षा में सम्मिलित हुए । 429 की अनुपस्थित थे।