पतोर घटना की जांच में पहुंची सीपीआइएम की टीम
दरभंगा। सीपीआइएम की ओर से पांच सदस्यीय टीम ने पतोर ओपी क्षेत्र के एक गांव पहुंचकर नाबालिग हत्या मामले की जांच की।
दरभंगा। सीपीआइएम की ओर से पांच सदस्यीय टीम ने पतोर ओपी क्षेत्र के एक गांव पहुंचकर नाबालिग हत्या मामले की जांच की। सीपीआइएम राज्य सचिव अवधेश कुमार, जनवादी महिला समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामपरी, दलित शोषण मुक्ति मंच के राज्य महासचिव श्याम भारती, जिला सचिव अविनाश कुमार ठाकुर, एसएफआइ जिला संयोजक नीरज कुमार ने घटनास्थल और पीड़ित परिवार से मिलकर उनसे घटना के बावत जानकारी ली। इस दौरान राज्य सचिव अवधेश ने इस घटना की निदा करते हुए कहा कि सूबे की भाजपा-जदयू शासनकाल में सामंती अपराधियों का मनोबल बढा है, जिससे गरीब महिलाओं पर शोषण अत्याचार का ग्राफ स्तर तेजी से बढ़ते ही जा रहा है। सामंतवादी सरकार आंख पर पट्टी बांधी हुई है। उन्होंने दरभंगा प्रशासन से मांग की है कि तुरंत आरोपी को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दें। साथ ही उन्होंने मृतका के परिवावालों को सभी सरकारी लाभ देने की मांग की। उन्होंने कहा कि उक्त घटना की भविष्य में दोबारा पुनरावृत्ति नहीं हो इसके लिए हमें एकजुट और जागरूक रहने की जरूरत है । साथ ही उन्होंने कहा कि यहां से मैं वापस पटना लौटने के बाद मुख्यमंत्री से बात करूंगा और दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग करूंगा । क्योंकि यह घटना समाज को शर्मसार करने वाली है। इस मौके पर जनवादी महिला समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामपारी ने इस घटना की घोर निदा की और उन्होंने कहा कि पूरे देश में दलित बच्चियों महिलाओं के साथ शोषण बढ़ रहा है। इसके खिलाफ हमें लड़ाई लड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा की इस घटना से सरकार की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा ढकोसला साबित हुआ है। वहीं दलित शोषण मुक्ति मंच के राज्य महासचिव श्याम भारती ने एसएसपी से दोषी आरोपी को गिरफ्तार कर परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। साथ ही उन्होंने कहा कि सामंतियों से मिलकर दरभंगा प्रशासन इस घटना की लीपापोती करने में लगी हुई है। अगर 15 जुलाई से पहले आरोपी अगर गिरफ्तार नहीं होती है तो दलित शोषण मुक्ति मंच दरभंगा आरक्षी महानिरीक्षक के समक्ष आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन करेंगे । वहीं जिला मंत्री अविनाश कुमार ठाकुर में कहा कि दरभंगा के अंदर सामंतवादियों का मनोबल बढ़ा है। इसके खिलाफ भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी दरभंगा जिले में व्यापक आंदोलन करेगी। एसएफआई संयोजक नीरज कुमार ने कहा कि इस घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए हमें एकजुट और एकत्रित रहने की जरूरत है। वहीं दलित शोषण मुक्ति मंच के कैलू दास के नेतृत्व में पतोर गांव से थाना मोड़ तक प्रतिवाद मार्च निकाला गया।