निजी अस्पतालों में आनेवाले कोरोना संक्रमितों का करना होगा इलाज : डीएम

दरभंगा। कोरोना संक्रमित यदि कोई भी व्यक्ति अपना इलाज कराने किसी निजी अस्पताल में आता है तो उ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 11:50 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 11:50 PM (IST)
निजी अस्पतालों में आनेवाले कोरोना संक्रमितों का करना होगा इलाज : डीएम
निजी अस्पतालों में आनेवाले कोरोना संक्रमितों का करना होगा इलाज : डीएम

दरभंगा। कोरोना संक्रमित यदि कोई भी व्यक्ति अपना इलाज कराने किसी निजी अस्पताल में आता है तो उन्हें एडमिट कर उनका इलाज करना होगा। यदि कोई निजी अस्पताल इससे इंकार करता है और ऐसी सूचना मिलती है तो संबंधित अस्पताल के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उपरोक्त बातें जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने कही। वे गुरुवार को अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में जिले के प्रमुख निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज को ले प्रबंधकों के साथ बैठक कर रहे थे। कहा- कोविड-19 के संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए सामान्य, आईसीयू एवं वेंटीलेटर वार्ड में उपलब्ध बेड का 50 फीसद स्थान सुरक्षित रखना होगा। साथ ही वहां कोविड-19 के प्रोटोकॉल के अनुसार इलाज की व्यवस्था कर लेने का निर्देश दिया। कहा- कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के दौरान यदि किसी निजी अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी की मृत्यु हो जाती है तो उसे 50 लाख रुपये स्वास्थ्य बीमा के मिलेंगे। सरकार ने सभी स्वास्थ्यकर्मियों का 50 लाख का बीमा कराया है।

कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए निजी अस्पताल की दर के संबंध में सिविल सर्जन डॉ. संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग, बिहार सरकार द्वारा निजी चिकित्सा संस्थानों में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज हेतु प्रतिदिन का दर निर्धारित किया गया है। बिहार के सभी जिलों को तीन श्रेणी में बांटा गया है। पटना को (ए), भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया एवं पूर्णिया को (बी) तथा शेष अन्य जिले को (सी) श्रेणी में रखा गया है। दरभंगा को बी श्रेणी में रखा गया है और बी श्रेणी के लिए एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पताल के लिए सामान्य रूप से कोरोना संक्रमित बीमार के लिए आइसोलेशन बेड (ऑक्सीजन के साथ, सपोर्टिव केयर के साथ) आठ हजार रुपये, गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित बीमार के लिए आइसीयू में (बिना भेंडीलेटर के देखभाल के लिए) 12 हजार रुपये तथा अति गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित बीमार के लिए (वेंटीलेटर के साथ आइसीयू में देखभाल के लिए) 14400 रुपये प्रतिदिन का दर निर्धारित किया गया है। वैसे अस्पताल जो एनएबीएच से मान्यता प्राप्त नहीं है में सामान्य रूप से बीमार को आइसोलेशन बेड (ऑक्सीजन के साथ, सपोर्टिव केयर के साथ) के लिए 6400 रुपये, गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित बीमार के, आइसीयू में बिना भेंडीलेटर के देखभाल के लिए 10400 रुपये तथा अति गंभीर रूप से संक्रमितों के लिए (वेंटीलेटर के साथ आइसीयू में देखभाल के लिए) 12 हजार रुपये प्रतिदिन का दर निर्धारित किया गया है। बैठक में जिला स्वास्थ्य प्रबंधक विशाल कुमार, यूनिसेफ के डॉ. ओमकार चंद्र, डॉ. शशिकांत सिंह, विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. वासव राज, यूएनडीपी के डॉ. पंकज कुमार एवं स्वास्थ्य विभाग के संबंधित पदाधिकारी मौजूद थे।

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