अनावश्यक चिता से करें परहेज, चिकित्सक की लेते रहें सलाह
दरभंगा। कोरोना संक्रमण के इस दौर में सबसे जरूरी है कि लोग सावधान रहें। अनावश्यक चिता से
दरभंगा। कोरोना संक्रमण के इस दौर में सबसे जरूरी है कि लोग सावधान रहें। अनावश्यक चिता से परहेज करें। चिकित्सक की सलाह लेते रहें। शहर के युवा चिकित्सक डॉ. मिलिद झा ने कोरोना से बचाव के कई सुझाव दिए हैं। बताते हैं- कोरोना की दूसरी लहर पिछली बार से •ा्यादा संक्रामक है। इस कारण सामूहिक रूप से संक्रमण हो रहा है। एक या दो के बदले पूरा का पूरा परिवार कोरोना से संक्रमित हो जाता है। कम आयु के लोग व बच्चे भी वायरस की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में सबको सतर्कता बरते की जरूरत है। खास तौर पर वे जिन्हें आज भी रोज बाहर जाना पड़ता है। लक्षण व आसोलेशन की सावधानी
कोरोना के मुख्य लक्षण है- बुखार, सर्दी, खांसी, नाक बहना, बदन दर्द, कम•ाोरी, भूख की कमी, स्वाद व गंध कम या ़खत्म होना, दस्त, सांस की तकलीफ़, सर दर्द, छाती में दर्द आदि।
इनमें से किसी भी लक्षण की आते ही खुद को अपने परिवार या आस पास के लोगों से अलग आइसलेट करें। डॉक्टर की सलाह लें एवं कोरोना जांच कराकर दवा लें। आइसोलेशन में पानी, जूस, सूप, शर्बत, नारियल का पानी, जैसे तरल पदार्थों का सेवन करें व स्वयं को अच्छी तरह “हायड्रेटेड'' रखें। काढ़े का सेवन और गरारा करें। ऑक्सीजन की मात्रा पल्स ऑक्सीमिटर की सहायता से छह से आठ घंटे पर नापते रहें। अगर ऑक्सीजन की मात्रा 94 प्रतिशत से कम हो ,सांस की तकलीफ़ हो ,चक्कर आए अथवा कोई नया लक्षण सामने आए या पुराने लखण बिगड़ते हुए न•ार आएं तो पुन: डॉक्टर की सलाह लें। परिवार के लोग व स्वयं मास्क का प्रयोग हर समय करें। क्वॉरंटीन में ध्यान, संगीत, उपन्यास इत्यादि के माध्यम से अपने आप को संलग्न रखें, खुश रखें। घर का बना ता•ा खाना खाएं, सोयाबीन, दाल, अंडा , मछली, चिकन आदि प्रोटीन युक्त खाना खाएं। अंतत: अनावश्यक चिता ना करें, इससे बीमारी ठीक नहीं होगी, आपकी और आपके परिजनों की पीड़ा बढ़ •ारूर जाएगी। डॉक्टर की सलाह लेते रहें व उनका पालन करें।