किसी भी संस्था के लिए एलुमिनाई महत्वपूर्ण धरोहर : प्राचार्य

दरभंगा। सीएम कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र इंजीनियर बीपी चौरसिया गुदड़ी के लाल थे जिन्होंने इस महाविद्यालय से इंटर प्रथम श्रेणी में उत्तीर्णता प्राप्त कर तकनीकी शिक्षा धनबाद से ग्रहण की तथा टिस्को जैसी प्रतिष्ठित कंपनी में डिविजनल मैनेजर के रूप में अपने सराहनीय कार्य कर महाविद्यालय तथा समाज का नाम रोशन किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 12:02 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 12:02 AM (IST)
किसी भी संस्था के लिए एलुमिनाई महत्वपूर्ण धरोहर : प्राचार्य
किसी भी संस्था के लिए एलुमिनाई महत्वपूर्ण धरोहर : प्राचार्य

दरभंगा। सीएम कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र इंजीनियर बीपी चौरसिया गुदड़ी के लाल थे, जिन्होंने इस महाविद्यालय से इंटर प्रथम श्रेणी में उत्तीर्णता प्राप्त कर तकनीकी शिक्षा धनबाद से ग्रहण की तथा टिस्को जैसी प्रतिष्ठित कंपनी में डिविजनल मैनेजर के रूप में अपने सराहनीय कार्य कर महाविद्यालय तथा समाज का नाम रोशन किया। टिस्को माइंस में अधिकारी के रूप में उन्होंने भूटान, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल तथा झारखंड प्रांत के अनेक माइंस-क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण एवं अनुकरणीय कार्य करते हुए अनेकानेक बार सम्मानित हुए। उक्त बातें शुक्रवार को सीएम कॉलेज के स्थापना दिवस समारोह 2021 के अंतर्गत महाविद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र इंजीनियर बीपी चौरसिया की स्मृति में आयोजित व्याख्यान में उनकी सुपुत्री डा. अंजू कुमारी ने कही। डा. अंजू कुमारी ने अपने पिता की स्मृति में महाविद्यालय के एलुमिनाई एसोसिएशन के लिए 51 हजार सहयोग दिया। मुख्य अतिथि के रूप में आरके कॉलेज, मधुबनी के प्राचार्य डा. अनिल कुमार मंडल ने कहा कि किसी भी संस्था के लिए एलुमिनाई महत्वपूर्ण धरोहर होते हैं।

सीएम कालेज के प्राचार्य प्रो. विश्वनाथ झा ने कहा कि इंजीनियर बीपी चौरसिया की स्मृति में दिया गया आज का व्याख्यान एवं एलुमिनाई एसोसिएशन हेतु 51 हजार का प्रथम महत्वपूर्ण सहयोग राशि भावात्मक एवं ऐतिहासिक है। व्याख्यान में महाविद्यालय के एनसीसी पदाधिकारी डा. शैलेंद्र श्रीवास्तव, मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डा. जिया हैदर, राजनीति विज्ञान की प्राध्यापिका प्रो. दिव्या झा, मिल्लत कॉलेज की मनोविज्ञान-प्राध्यापिका डा कीर्ति चौरसिया, महाविद्यालय शिक्षक संघ के सचिव डा. रूपेन्द्र झा, प्रधान सहायक विपिन कुमार सिंह आदि उपस्थित थे। आगत अतिथियों का स्वागत एवं संचालन करते हुए संस्कृत विभागाध्यक्ष डा. आरएन चौरसिया किया। धन्यवाद ज्ञापन इग्नू के सहायक समन्वयक डा. शिशिर कुमार झा ने किया।

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