आपके धन पर गरीबों को भी हक अता किया है अल्लाह ने

दरभंगा। मिल्लत कॉलेज के निकट फजीलत कॉलोनी स्थित मस्जिद के पूर्व इमाम और इमारत-ए-शरिया के

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 12:04 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 12:04 AM (IST)
आपके धन पर गरीबों को भी हक अता किया है अल्लाह ने
आपके धन पर गरीबों को भी हक अता किया है अल्लाह ने

दरभंगा। मिल्लत कॉलेज के निकट फजीलत कॉलोनी स्थित मस्जिद के पूर्व इमाम और इमारत-ए-शरिया के मौलाना हुसैन अहमद कासमी ने कहा है कि जकात निकालने से आपके माल में बरकत होती है। अल्लाह ने आपको जो धन दिया है उसमें गरीबों का भी हिस्सा है। साढ़े सात तोला सोना या फिर बावन तोला चांदी या इसके मूल्य के बराबर धन आपके पास दैनिक आवश्यकताओं से अधिक है तो जकात आप पर फर्ज हो जाता है । दरअसल जिन लोगों को अल्लाह ने धन दिया है तो उसके साथ कुछ आदेश भी आया है। इसी आदेश के तहत कहा गया है कि प्रति वर्ष आप अपने धन में से ढाई प्रतिशत की राशि निकाल कर ़गरीबों के बीच वितरित कर दें। इससे आपके धन में बरकत होगी । आपका धन साफ होगा और उस ढाई प्रतिशत की राशि से गरीबों के जीवन में एक नई रोशनी आएगी । जो अब तक अंधेरे में जीने को विवश थे । जकात निकालने के लिए किसी खास महीने या दिन की चर्चा नहीं की गई है लेकिन लोग रमजान के मुबारक महीने में ही अपने धन का जकात भी निकालते हैं । कारण है कि सामान्य दिनों में जहां एक अकछे काम का एक सवाब मिलता है वहीं रमजान के बरकत वाले महीने में उसी एक अच्छे काम के लिए सत्तर गुना अधिक सवाब मिलता है । आज हमारा देश ही नहीं पूरी दुनिया महामारी के चपेट में है । हम जहां हैं वहीं भीड़ भार से अलग रहते हुए अपने अपने घर से ही इबादत करें और रमजान के अजमत वाले महीने में अल्लाह से दुआ करें कि इस वबा से लोगों को निजात मिले । ध्यान रखें कि यह महामारी भीड़ भार के कारण फैलती है । लोगों के एक दूसरे से मिलने जुलने से कोरोना का फरार तेजी से बढ़ जाता है । इसी लिए सरकार ने लॉकडाउन लागू कर रखा है । हमारा भी फर्ज बनता है की हम अपने अपने घर पर ही रमजान ,शब-ए- कद्र की इबादत करने के साथ ईद का त्योहार भी घर पर ही परिवार के सदस्यों के साथ मनाएं।

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