शराब पीने के कुछ ही घंटों बाद युवक की मौत

बक्सर सूबे में शराबबंदी होने के बावजूद शराब पीने-पिलाने के मामले अक्सर सामने आते रह रह

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 09:06 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 09:06 PM (IST)
शराब पीने के कुछ ही घंटों बाद युवक की मौत
शराब पीने के कुछ ही घंटों बाद युवक की मौत

बक्सर : सूबे में शराबबंदी होने के बावजूद शराब पीने-पिलाने के मामले अक्सर सामने आते रह रहे हैं। इसी बीच एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने न सिर्फ शराबबंदी अभियान की हवा निकाल दी है बल्कि, शराब पीने, पिलाने तथा बेचने वालों के अंदर खत्म हो चुके खौफ की भी कहानी बयां की है। मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चौसा दुर्गा मंदिर के समीप का है जहां शराब पीने के बाद एक बढ़ई मिस्त्री की मौत हो जाने की घटना सामने आई है। इस तरह की घटना सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस पदाधिकारियों के होश फाख्ता हो गए हैं। मृतक के परिजनों के फर्द बयान के आधार पर पुलिस ने शराब पिलाने के आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है हालांकि, परिजनों के द्वारा खुलेआम शराब बिक्री किए जाने की बात भी कही जा रही है जो कि साफ तौर पर पुलिसिया नाकामी को उजागर कर रही है।

घटना के संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार चौसा वार्ड नंबर 9 के रहने वाले पेशे से बढ़ई मिस्त्री जय राम राम, पिता- स्व. नगीना राम शनिवार की सुबह तकरीबन 6:00 बजे चाय पीने के बाद घर से निकले थे। उन्होंने बताया कि वह पवन चौधरी उर्फ साधु चौधरी की दुकान पर काम करने के लिए जा रहे हैं। दिन में तकरीबन 12:00 बजे तक जब जयराम भोजन करने घर नहीं गए तो घर वालों ने उनके भतीजे पिटू राम को उन्हें बुलाने के लिए भेजा। वहां पहुंचने के बाद दुकानदार पवन चौधरी ने जयराम की तबीयत खराब होने की जानकारी देते बताया कि उन्हें सोने दो, जगने के बाद हम भेज देंगे। तब पिटू ने जयराम को लेटा देखा तथा उनके पास ही शराब की बोतलों के तीन ढक्कन पड़े देखे। ऐसे में पिटू खुद भी मजदूरी करने के लिए चला गया। बाद में शाम तकरीबन 6:00 बजे पवन चौधरी द्वारा फोन कर हालत खराब होने की सूचना देने पर जब वह पवन की दुकान पर गया तो उसने देखा कि उसके चाचा जयराम का शरीर काला पड़ता जा रहा है तथा मुंह से झाग निकल रहे हैं। आनन-फानन में जयराम को ऑटो में लादकर घर ले गया। घर पर नींबू पानी आदि पिलाकर उनका नशा उतारने की खूब कोशिश की गई, पर महज 15 से 20 मिनट के अंदर उनकी मृत्यु हो गई। घटना की जानकारी पुलिस को देने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हालांकि, इस मामले में पूछने के लिए मुफस्सिल थानाध्यक्ष को कई बार फोन लगाने के बावजूद उन्होंने फोन उठाना जरूरी नहीं समझा। वहीं सदर डीएसपी गोरख राम ने बताया कि स्वजनों ने अपना फर्द बयान पुलिस को दे दिया है, उसमें शराब पीने का कहीं कोई जिक्र नहीं किया गया है।

फर्नीचर दुकानदार ने पिलाई थी शराब

मृतक के भाई हरेराम राम ने बताया कि नरबतपुर निवासी पवन चौधरी उर्फ साधु चौधरी फर्नीचर की दुकान चलाते हैं। अपने यहां काम करने वाले बढ़ई मिस्त्रियों को वह शराब पिलाने का लोभ देकर उनसे ज्यादा काम निकालते हैं। शनिवार को भी ऐसा ही कुछ हुआ था। सुबह उठने के साथ ही घर से चाय आदि पीने के बाद उनके भाई जयराम राम पवन के यहां चले गए। जहां उन्हें तीन बोतल शराब पिलाई गई। हालत खराब होने के बाद मौके पर पहुंचे भतीजा पिटू ने वहां शराब की तीन बोतलों के ढक्कन पड़े देखे थे।

तीन लोगों ने पी थी शराब

इस बीच सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह पवन चौधरी की दुकान पर जयराम राम के पहुंचते ही पवन ने उससे अचानक पूछा कि एकसाथ अधिक से अधिक वो कितनी शराब पी सकता है। इस पर जयराम ने पांच से छह बोतल तक शराब पीने की बात बताई। इसके तुरंत बाद पवन ने कहीं से लाकर उसके सामने शराब की बोतलें रख दी और खुद भी एक कामगार पपलू कुम्हार के साथ एक बोतल शराब लेकर पीने बैठ गया। तीसरी बोतल की शराब पीते-पीते जयराम अचेत होकर गिर गया था, जिसे उनलोगों ने उठाकर किनारे कर दिया।

दुकानदार ने क्यों दिखाई दरियादिली

आमतौर पर देखा जाता है कि मजदूरों से कुछ अधिक काम निकलवाने के लिए उन्हें कुछ अतिरिक्त भोजन, खाने पीने का सामान या पैसों का लालच दिया जाता है। यह एक स्वभाविक प्रक्रिया है। यहां दुकानदार पवन चौधरी की भूमिका इस मामले में संदेहास्पद प्रतीत हो रही है। सवाल गंभीर है कि जहां कुछ लोग काम अधिक निकालने के लिए कम से कम खर्च करना चाहते हैं, वहीं पवन अधिक से अधिक शराब की बोतलें किस खुशी में देने को तैयार हो गया, और खुद दोनों मिलकर एक ही बोतल क्यों पिए। हालांकि, यह बातें पुलिस के अनुसंधान की चीजें हैं और पुलिस अपने काम में जुटी है।

शरीर में अल्कोहल की पुष्टि

शव का पोस्टमार्टम कर निकल रहे चिकित्सक डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि मृतक की मृत्यु कैसे हुई है अभी यह कहना संभव नहीं है। मृतक का बेसरा फॉरेंसिक जांच के लिए सुरक्षित रख लिया गया है। लेकिन, पोस्टमार्टम के दौरान उसके पेट से अल्कोहल की तीव्र गंध मिल रही थी, जिससे शराब पिए जाने की संभावना है।

जिले में सभी जगह धड़ल्ले से मिलती है शराब

सूत्रों की माने तो बिहार की सीमा से सटे यूपी में भारी मात्रा में अवैध शराब का निर्माण किया जा रहा है। उस शराब की भारी खपत जिले में होने के कारण चोरी छिपे प्रतिदिन इसकी खेप चौसा व अन्य मार्गों से होते हुए आती है। इस बात का प्रमाण पुलिस और उत्पाद विभाग की विभिन्न छापेमारियों में जब्त शराब की भारी खेप से भी हो रही है। मृतक के स्वजनों की माने तो चौसा क्षेत्र में धड़ल्ले से हर जगह शराब मिलती है। यहां तक कि पीने वालों के लिए इसकी खुली रेट तय है और किसी भी विक्रेता से 110 रुपया में शराब की छोटी बोतल आसानी से मिल जाया करती है।

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मौत की पुष्टि करते एसपी नीरज कुमार सिंह ने शराब पीने से मौत होने की बात से साफ इंकार करते कहा कि शराब पीने से एक दिन में आदमी थोड़े मर जाता है। इसमें किसी विषाक्त पदार्थ के सेवन के कारण मौत होने की बात सामने आ रही है। इस सम्बंध में विस्तृत कुछ भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही कहा जा सकता है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है, अभी इस संबंध में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक बक्सर

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