संतुलित उर्वरक के प्रयोग से खेती की लागत खर्च में होगी बचत

बक्सर संयुक्त कृषि भवन के सभागार में मंगलवार को दो दिवसीय किसान वैज्ञानिक गोष्ठी का आयोजन ि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 05:38 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 05:38 PM (IST)
संतुलित उर्वरक के प्रयोग से खेती की लागत खर्च में होगी बचत
संतुलित उर्वरक के प्रयोग से खेती की लागत खर्च में होगी बचत

बक्सर : संयुक्त कृषि भवन के सभागार में मंगलवार को दो दिवसीय किसान वैज्ञानिक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला कृषि पदाधिकारी-सह-परियोजना निदेशक, आत्मा मनोज कुमार, केविके के कार्यक्रम समन्वयक हरिगोविन्द जायसवाल तथा सहायक निदेशक (कृषि अभियंत्रण) प्रियंका कुमारी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। दो दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में किसानों को खेती से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाएंगी।

इस अवसर पर किसानों को संबोधित करते हुए डीएओ मनोज कुमार ने कहा कि कृषि विभाग की प्रत्येक योजना जीरो टोलरेंस पर आधारित है। सरकार द्वारा निर्धारित 266.50 रुपये बोरी यूरिया बिक्री कराने के लिए विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अधिक कीमत पर बिक्री करने वाले दुकानदारों की अनुज्ञप्ति रदद कर कानूनी कारवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि खरीफ मौसम में खेती के दौरान आने वाली समस्याओ के समाधान की दिशा में यह कार्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा। मौके पर केविके के वैज्ञानिक डॉ. देवकरण ने खेतो में संतुलित उर्वरक के प्रयोग से लागत में कमी के साथ पैदवार में बढ़ोतरी होने की जानकारी दी। पौधा संरक्षण विशेषज्ञ रामकेवल ने तना छेदक प्रकोप समेत खरीफ फसल में लगने वाले अन्य कीटों से निजात की विस्तार से जानकारी दी। तना छेदक प्रकोप की रोकथाम हेतु थायोमेथोक्साम 1 प्रतिशत, क्लोरांटनिलिप्रोल 0.5 प्रतिशत का प्रयोग ढाई किलोग्राम/ एकड़ की दर से करने का सुझाव दिया। मंच संचालन प्रभारी उप परियोजना निदेशक विकास कुमार राय ने की। मौके पर आत्माकर्मी रघुकुल तिलक, चन्दन कुमार सिंह, दीपक कुमार समेत अनेक किसान मौजूद थे।

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