स्थिर हुआ गंगा का जलस्तर, अब खतरा टल जाने की संभावना
बक्सर लगातार तीन दिनों तक तूफानी रफ्तार से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर बुधवार की सुबह से ही
बक्सर : लगातार तीन दिनों तक तूफानी रफ्तार से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर बुधवार की सुबह से ही शांत हो गया है। इस बीच दिन में महज कुछ सेंमी जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई है जो अपने आप में स्थिर होने का संकेत दे रहा है। इधर वाराणसी से मिली सूचना के अनुसार वहां दो सेंमी की रफ्तार से जलस्तर कम होने लगा है, जबकि इलाहाबाद में फिलहाल जलस्तर के स्थिर होने की सूचना है। लगातार तेजी से बढ़ते जलस्तर के साथ अपने रौद्र रूप को दिखाती गंगा अब शांत हो चली है। मंगलवार को थोड़ी बहुत रफ्तार के साथ जलस्तर बढ़ने के बाद आधी रात से अब बढ़ने का क्रम रूक गया है। इस संबंध में केंद्रीय जल आयोग के एसडब्लूए विद्यापति तिवारी ने बताया कि मंगलवार की शाम चार बजे तक तीन से चार सेंमी की रफ्तार से बढ़ते हुए जलस्तर 58.34 मीटर पर पहुंचा था। इसके बाद भी यह रफ्तार आधी रात तक बनी रही। आधी रात के बाद रफ्तार में धीरे-धीरे कमी आने लगी। इस प्रकार बुधवार की सुबह आठ बजे से लेकर नौ बजे तक 58.64 मीटर दर्ज किया गया था, जबकि 10 से 11 बजे तक 58.65 मीटर दर्ज किया गया। इसके बाद अपराह्न दो बजे तक 58.66 मीटर पर ही जलस्तर स्थिर बना रहा, जबकि अपराह्न तीन बजे 58.67 मीटर दर्ज किया गया है। इस प्रकार देखा जाए तो दो से तीन घंटा में एक सेंमी बढ़ने की फिलहाल रफ्तार चल रही है। उधर गाजीपुर से मिली सूचना के अनुसार वहां भी जलस्तर लगभग स्थिर है, जबकि वाराणसी में दो सेंमी की रफ्तार से पानी नीचे जाने लगा है वहीं इलाहाबाद में सुबह से ही जलस्तर बिल्कुल स्थिर बना हुआ है। इस बीच हथिनी डैम से यमुना के रास्ते छोड़ा गया ढाई लाख क्यूसेक पानी गंगा पर कोई विशेष असर नहीं डाल सका और धीरे से निकल गया। इन आंकड़ों को देखते हुए अनुमान किया जा रहा है कि बक्सर में अब जलस्तर में कमी आनी शुरू होगी और दियारा क्षेत्र पर मंडरा रहा खतरा लगभग अब टल जाने के कगार पर है।