नावानगर में मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट का सिस्टम ने किया बुरा हाल

बक्सर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पंचायतों में पानी की समस्या को देखते हुए नल जल योजना का ड्रीम

By JagranEdited By: Publish:Sun, 06 Jun 2021 10:51 PM (IST) Updated:Sun, 06 Jun 2021 10:51 PM (IST)
नावानगर में मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट का सिस्टम ने किया बुरा हाल
नावानगर में मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट का सिस्टम ने किया बुरा हाल

बक्सर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पंचायतों में पानी की समस्या को देखते हुए नल जल योजना का ड्रीम प्रोजेक्ट बनाया गया ताकि, ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आसानी से एवं शुद्ध पानी पानी मिल सके लेकिन, अतिमी पंचायत में मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट पूरी तरह विफल हो चुका है। यहां सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल जल योजना धरातल पर नहीं उतर सका है। अतिमी पंचायत के वार्ड नंबर 15 में नल जल योजना के तहत छह माह पूर्व ही लगभग 30 लाख की लागत से काम शुरू किया गया था। जिससे यहां के लोगों में काफी खुशी व्याप्त थी। परंतु, पीएचईडी विभाग के ठेकेदार द्वारा मानक को दरकिनार कर यहां कार्य कराया जा रहा था। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि दूरभाष के माध्यम से अधिकारियों को कई बार इसके बारे में अवगत कराया गया लेकिन, किसी ने इस ओर ध्यान देना उचित नहीं समझा। जिसका नतीजा है कि पाइप फटने से जगह-जगह पानी बर्बाद हो रहा है। साथ ही कई जगह जल जमाव हो जा रहा है। बीते एक माह से यहां स्टार्टर खराब पड़ा है। ठेकेदार के मनमानी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि किसी भी कार्य को कराने से पूर्व कार्य संबंधित बोर्ड लगाना होता है जिसमें कार्य एजेंसी का नाम, संबंधित ठेकेदार का नाम, प्रकल्लित राशि, कार्य शुरू करने की तिथि व समाप्ति की तिथि आदि सार्वजनिक तौर पर अंकित किया जाता है। ताकि हो रहे कार्य से आमजन भी अवगत रहें लेकिन, यहां ठेकेदार ने बिना बोर्ड लगाए मनमानी ढंग से कार्य को अंजाम दिया। इस संबंध में पूछने पर वार्ड सदस्य हेमवंती देवी के पति महेन्द्र सिंह ने बताया कि नल जल योजना का कार्य पीएचडी विभाग द्वारा कराया गया है।

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