गंगा का जलस्तर बढ़ने की रफ्तार में आई कमी, धारा में तीव्रता बरकरार

बक्सर विगत दो दिनों की तूफानी रफ्तार के बाद मंगलवार को गंगा कुछ नर्मी दिखाने के मूड में अ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 05:40 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 05:40 PM (IST)
गंगा का जलस्तर बढ़ने की रफ्तार में आई कमी, धारा में तीव्रता बरकरार
गंगा का जलस्तर बढ़ने की रफ्तार में आई कमी, धारा में तीव्रता बरकरार

बक्सर : विगत दो दिनों की तूफानी रफ्तार के बाद मंगलवार को गंगा कुछ नर्मी दिखाने के मूड में आ गई है। सोमवार को पूरे दिन नौ सेंमी की रफ्तार के बाद शाम को बढ़कर 11 सेंमी प्रति घंटा की रफ्तार हो गई थी। हालांकि देर शाम इसमें कमी आने के बाद पूरी रात सात सेंमी की रफ्तार बनी रही। इस बीच मंगलवार की सुबह दस बजे तक पांच सेंमी की गति से बढ़ रहा जलस्तर अब 3.5 सेंमी प्रति घंटा पर आ गया है। रफ्तार की तेजी को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा पल-पल की रिपोर्ट लेते हुए आवश्यक हिदायतें दी जा रही हैं।

सोमवार को कहर ढाने को बेताब गंगा अपने रौद्र रूप में नजर आने लगी थी। दो दिन से नौ सेंमी की रफ्तार से बढ़ रहा जलस्तर सोमवार को अचानक 11 से 12 सेंमी प्रति धंटे की रफ्तार से बढ़ना शुरू हो गया था। गंगा के इस रौद्र रूप को देखते हुए लोगों के बीच दहशत फैल गई थी कि पता नहीं आने वाले कल कैसा बीतेगा। इस संबंध में जानकारी देते केंद्रीय जल आयोग बक्सर के कनीय अभियंता नीलाम्बर शर्मा ने बताया कि कल देर शाम रफ्तार में कमी आनी शुरू हो गई थी और पूरी रात सात सेंमी प्रति घंटा की रफ्तार बनी रही। इस रफ्तार से मंगलवार की सुबह आठ बजे बक्सर में जलस्तर 58.04 मीटर और दस बजे 58.14 मीटर दर्ज किया गया। तब जलस्तर बढ़ने की गति कम होकर पांच सेंमी प्रति घंटा की हो गई थी। इसके बाद धीरे-धीरे रफ्तार में कमी आते हुए शाम चार बजे 3.5 सेंमी प्रति घंटा की दर से 58.34 मीटर दर्ज किए जाने के साथ ही अब चेतावनी बिदु से महज एक मीटर की दूरी रह गई है। इस बीच पानी का सतह उपर आने के साथ फैलाव होने की वजह से रफ्तार भले ही कम नजर आने लगी है, पर धारा की तीव्रता पूर्ववत ही बनी हुई है।

चार से पांच दिनों तक राहत के संकेत नहीं

इस बीच गाजीपुर से मिली सूचना के अनुसार सोमवार की दोपहर तक 12 सेंमी तथा शाम में 10 सेंमी की रफ्तार चल रही थी। ग्रामीण इलाकों में पानी भरने लगा है। वहीं वाराणसी और इलाहाबाद में लगातार गंगा की रफ्तार बनी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार गत सप्ताह हथिनी कुंड से छोड़ा गया ढाई लाख क्यूसेक पानी अभी यमुना के रास्ते इलाहाबाद नहीं पहुंचा है। उसके गंगा में मिलने के बाद स्थिति और भी भयावह हो सकती है। इन स्थितियों को देखते हुए अनुमान किया जा रहा है कि अगले चार से पांच दिनों तक फिलहाल बाढ़ से राहत मिलने के कोई संकेत नहीं हैं। तब तक इधर बक्सर में चेतावनी बिदु को पारकर गंगा के खतरे के निशान के करीब पहुंचने की संभावना है। -रफ्तार को देखते हुए प्रशासन सतर्क

तेजी से बढ़ते जलस्तर और बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए सोमवार की शाम ही जिलाधिकारी अमन समीर ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ के स्थितियों की समीक्षा की। इस दौरान जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रमंडल के अधिकारियों को क्षेत्र का भ्रमण कर बांध और बाढ़ प्रभावित इलाकों की रिपोर्ट यथाशीघ्र दिए जाने का आदेश के साथ ही प्रभावित इलाकों के लिए आवश्यक जरूरी वस्तुओं की सूची दिए जाने का आदेश दिया है। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहले से ही नौका, गोताखोर आदि की व्यवस्था करने का निर्देश दे दिया गया है, जिससे जरूरत के समय निपटने में कोई परेशानी नहीं हो।

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