आंधी-पानी से विद्युत व्यवस्था चरमराई, 24 घंटे ठप रही आपूर्ति
बक्सर बिजली सप्लाई में सुधार के लिए सरकार ने अब तक करोड़ों रुपये की राशि खर्च कर दी। ल
बक्सर : बिजली सप्लाई में सुधार के लिए सरकार ने अब तक करोड़ों रुपये की राशि खर्च कर दी। लेकिन, तेज हवा के झोंके झेलने में बिजली कंपनी पूरी तरह फेल है। शनिवार की शाम आई तेज आंधी पानी का नतीजा हुआ कि बिजली सप्लाई पूरी तरह तहस-नहस हो गई। शहर में बिजली की सप्लाई 8 घंटे बाद शुरू हुई। वहीं, गांव में 24 घंटे बाद बिजली के दर्शन हुए।
इस दौरान बिजली कंपनी के अधिकारियों की नाकामी तथा हालात से निपटने की तैयारी में विफलता साफ झलकी। यह पहला मौका नहीं है, जब आंधी-पानी के कारण बिजली सप्लाई प्रभावित हुई है। इससे पूर्व भी आंधी पानी के चलते सप्लाई पर असर पड़ता है। बिजली नहीं रहने से शनिवार की देर रात शहर घुप्प अंधेरे में तब्दील रहा। आधी रात के बाद ही बिजली आई। तब लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि, बारिश होने से मौसम ठंडा रहने के चलते लोगों को पंखे-कूलर की खास जरूरत नहीं पड़ी। हालांकि, ग्रामीण क्षेत्र में 24 घंटे बिजली नदारद रहने से लोगों को परेशानी हुई। अनुमंडल के सिमरी, चक्की, ब्रह्मपुर, नावानगर, केसठ, चौगाई, कोरानसराय आदि जगहों पर बिजली सप्लाई ठप रही। बिजली के तार और खंभों पर बड़े-बड़े पेड़ गिर जाने से आपूर्ति पर बुरा असर पड़ा। रविवार को सुबह से ही सरकारी तथा प्राइवेट बिजली मिस्त्री को बिजली के तार और खंभों की मरम्मत में घंटों मशक्कत करनी पड़ी।
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आंधी और पानी के चलते बिजली के तार और खंभों पर पेड़ गिर जाने से सप्लाई प्रभावित हुई। बिजली कर्मियों तथा मानव बल के सहयोग से तेजी के साथ मरम्मती का काम चला। शहर में रात में ही बिजली सप्लाई शुरू कर दी गई। वहीं, ग्रामीण इलाकों में भी दोपहर तक बिजली सप्लाई शुरू हो गई।
- संदीप कुमार, सहायक अभियंता, बिजली कंपनी, डुमरांव।