मां भगवती के अनुष्ठान को हुई खरीदारी, दिनभर बाजार में रही चहलपहल
बक्सर मां की आराधना में नौ दिनी अनुष्ठान आज गुरुवार से आरंभ हो रहा है। इस दौरान घर-
बक्सर : मां की आराधना में नौ दिनी अनुष्ठान आज गुरुवार से आरंभ हो रहा है। इस दौरान घर-घर कलश स्थापना के साथ दुर्गा सप्तशती के पाठ किए जाएंगे। जिसकी सभी तैयारियां भक्तों ने बुधवार को अपने-अपने तरीके से कर ली है। बल्कि पूजा संबंधित सामग्रियों की खरीदारी को लेकर पूरे दिन बाजार में चहल-पहल बनी रही।
आज से लोगों के घरों में धूपबत्ती, फुल आदि के साथ दुर्गा सप्तशती का पाठ शुरू किए जाने से वातावरण पूरी तरह से देवीमय प्रतीत होने लगेगा। बकौल पंडित अमरेंद्र कुमार शास्त्री- पहले दिन आदिशक्ति की शैलपुत्री स्वरूप की उपासना की जाएगी। इसके निमित्त ''या देवी सर्वभूतेषु प्रकृति रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नम:'' के मंत्रोच्चारण के साथ पर्वतराज की पुत्री का आह्वान किया जाएगा। इससे इतर, शहर के अमला टोली, श्रीनाथ मंदिर, सदर प्रखंड समीप आदि देवी मंदिरों में भी दर्शन पूजन से निमित्त श्रद्धालुओं की सहभागिता बढ़-चढ़कर देखने को मिली। इसके लिए मंदिरों में रंग-रोगन के साथ विशेष साफ-सफाई की जा रही थी। - पूरे मनोयोग से भक्त आरंभ करेंगे पूजा आज पूरे दिन का उपवास रखकर भक्त आज पूरे मनोयोग से आदिशक्ति का अनुष्ठान आरंभ करेंगे। हालांकि, एक तिथि के क्षय होने से इस बार भक्त शुद्ध सात्विक तरीके से आठ दिनों का ही व्रत रख सकेंगे। इस बाबत गृहिणियों ने भी लहसुन, प्याज तक लाने से मना कर दिया है। बकौल पांडेपट्टी के रजनीकांत पांडेय, मनोज कुमार पांडेय, राकेश चौबे, नया बाजार के द्वारकाधीश राय- कोरोना बीमारी ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त किए हुए है, इसकी शांति हेतु मां भगवती से प्रार्थना की जाएगी। - कलश व पूजा सामग्रियों की हुई खरीदारी पूजन सामग्री की खरीदारी को लेकर शहर स्थित गोला बाजार में अन्य दिनों की अपेक्षा कुछ ज्यादा ही भिड़ नजर आ रही थी। इस दौरान रामरेखाघाट पर भी लोग कलश की खरीदारी करते दिखे। इसके कारण इन दोनों मंडियों समेत मेन रोड में आज कुछ ज्यादा ही रौनक बढ़ी हुई दिखाई दी। हालांकि, इक्का-दुक्का लोगों को छोड़कर सभी कोरोना बीमारी से भयमुक्त होकर बगैर मास्क के ही खरीदारी में जुटे हुए थे। कलश, ढकनी की बिक्री कर रही चंपा देवी का कहना था की आज से भी अधिक बिक्री गुरुवार की सुबह में होगी जब लोग गंगा स्नान के साथ-साथ इसमें जलभरी किए जाने को इसकी खरीदारी करेंगे।