चुनाव को प्रतिनियुक्त सेक्टर एवं पुलिस पदाधिकारियों ने पढ़ा नियमों का पाठ

बक्सर जिला निबंधन सह परामर्श केन्द्र में सोमवार को चुनाव कार्य में प्रतिनियुक्त सेक्टर पदाधिकाि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 04:46 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 06:32 PM (IST)
चुनाव को प्रतिनियुक्त सेक्टर एवं पुलिस पदाधिकारियों ने पढ़ा नियमों का पाठ
चुनाव को प्रतिनियुक्त सेक्टर एवं पुलिस पदाधिकारियों ने पढ़ा नियमों का पाठ

बक्सर : जिला निबंधन सह परामर्श केन्द्र में सोमवार को चुनाव कार्य में प्रतिनियुक्त सेक्टर पदाधिकारियों के साथ पुलिस पदाधिकारियों के एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। पूर्व में बिहार विधान सभा आम निर्वाचन 2020 के सफल संचालन हेतु जिलान्तर्गत चारों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सेक्टर पदाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। प्रशिक्षण के दौरान पदाधिकारियों को उनके कर्तव्य एवं दायित्वों से अवगत कराया गया तथा चुनावी नियमों का पाठ पढ़ाया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ब्रह्मापुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 44, बक्सर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 28, डुमरांव विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए 45, तथा राजपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 33 सेक्टर पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियोंकी प्रतिनियुक्ति जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी अमन समीर के द्वारा की गई है। बहरहाल, प्रथम सत्र में बक्सर अनुमंडल एवं द्वितीय सत्र में डुमरांव अनुमंडल अंतर्गत प्रतिनियुक्त सेक्टर पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियोंको प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए अपर समाहर्ता ने बताया कि बिहार विधानसभा निर्वाचन 2020 को स्वच्छ, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने हेतु किसी भी तरह के डर, भय, प्रभाव या प्रलोभन से मतदाताओं को मुक्त रखा जाना आवश्यक है। कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक, अपर समाहर्ता, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी-सह-विधि व्यवस्था कोषांग के नोडल पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, वरीय पदाधिकारी, प्रतिनियुक्त सेक्टर पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे।

मतदान केन्द्रों पर मूलभूत सुविधाओं की जांच के निर्देश

प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि मतदान केन्द्रों पर मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराया जाना नितांत अनिवार्य है। इसीलिए प्रतिनियुक्त सेक्टर पदाधिकारियों को दिए गए सेक्टर के अंतर्गत आने वाले मतदान केन्द्रों पर भ्रमण कर सभी मूलभूत सुविधा की उपलब्धता को देखकर प्रतिवेदन अपने निर्वाची पदाधिकारी को देने को कहा गया। भौतिक सत्यापन के दौरान मतदान केन्द्रों पर रोशनी की व्यवस्था हेतु बिजली कनेक्शन की जांच, शौचालय की स्थिति, बूथ पर फर्नीचर की उपलब्धता, पेयजल की उपलब्धता, रैम्प की स्थिति, रंग-रोगन की स्थिति को देखकर प्रतिवेदन देने को कहा गया। इस दौरान मतदान केन्द्र से संबंद्ध क्षेत्रों में भ्रमण कर आपराधिक प्रवृति के लोगों पर नजर रखने को भी कहा गया।

संदिग्ध, दबंग एवं आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर नजर रखने की हिदायत

पिछले चुनावों में संदिग्ध रूप से पहचाने जाने वाले दबंग एवं आपराधिक चरित्र वाले व्यक्तियों पर विशेष नजर रखने की हिदायत दी गई। ताकि वे कमजोर वर्ग के मतदाताओं को प्रभावित न कर सके। इसीलिए सबसे महत्वपूर्ण कार्य वल्नरेबिलिटि मैपिग को बताया गया। इसके लिए वल्नरेबल ग्रामों, बस्ती, करबों तथा समुदायों में नियमित दौरे कर जानकारी एकत्र करने के निर्देश दिए गए। वहीं, इन वल्नरेबल बस्ती एवं समुदायों में मतदाता निर्भिक होकर चुनाव दे पाते हैं या नहीं इसकी सूचना निर्वाची पदाधिकारी को देने के लिए निर्देशित किया गया। आमजनों से मिलकर वास्तविक स्थिति का आकलन कर प्रतिवेदन देने के लिए भी निर्देशित किया गया। इस दौरान मतदान केन्द्रों पर पहुंचने का नजरी-नक्शा बनाने के लिए भी कहा गया। प्रशिक्षण सत्र में ई-विजिल एप को इंस्टाल करने एवं प्रयोग करने को लेकर एनआइसी के पदाधिकारियोंके द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।

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