मानसून की सक्रियता से रोपनी की बढ़ी रफ्तार
बक्सर मौसम की मेहरबानी से क्षेत्र में किसानों के पौ-बारह हैं। अच्छी बारिश होने से रोपनी क
बक्सर : मौसम की मेहरबानी से क्षेत्र में किसानों के पौ-बारह हैं। अच्छी बारिश होने से रोपनी की रफ्तार बढ़ गई है। इस वर्ष असिचित क्षेत्र में भी पर्याप्त पानी होने से रोपनी शुरू हो गई है। इस वर्ष खास यह कि गांव लौटे प्रवासी श्रमिक इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। पहले क्षेत्र में रोपनी का कार्य झारखंड व उत्तरी बिहार के कुछ जिलों से आनेवाले श्रमिकों पर निर्भर था।
इस वर्ष बाहरी श्रमिकों के नहीं आने के बावजूद रोपनी की रफ्तार तेज हो गई है। किसानों का कहना है कि पानी की उपलब्धता इसी तरह बनी रही तो 15-20 दिनों में रोपनी का काम पूरा हो जाएगा। समय से धान की रोपानी से इस वर्ष अच्छी उपज होने की उम्मीद है। जोर-शोर से रोपनी होने के चलते डीएपी, यूरिया, एनपीके व फास्फेट उर्वरकों की मांग बढ़ गई है। कृषि विभाग के लिए राहत की बात यह है कि अब तक खाद की कमी की शिकायत कहीं से नहीं मिली है। खाद की कालाबाजारी से किसानों को न जूझना पड़े, इसके लिए विभाग चौकस है। केसठ के किसान अनिल सिंह, धेनुआडीह के भिखारी सिंह, कुरमनपुर के भोला यादव आदि का कहना है कि इस बार समय से मानसून सक्रिय होने से भू-जलस्तर बरकरार है। वहीं, इस बार खेती में मजदूरों की ज्यादा कमी नहीं महसूस हुई है। लॉकडाउन के चलते प्रवासी मजदूरों की घर वापसी से काफी सहयोग मिला है। पहले इसी कार्य के लिए बाहर से मजदूरों को लाना पड़ता था।