पर्व में सफाई चकाचक, बाद में सड़कों पर पसरी गंदगी

महापर्व को लेकर शहर की सड़कों एवं घाटों पर साफ-सफाई की व्यवस्था सराहनीय थी। वहीं, सुरक्षा को ले पुलिस-प्रशासन भी काफी चौकस दिखा। जिससे किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 04:45 PM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 04:45 PM (IST)
पर्व में सफाई चकाचक, बाद में सड़कों पर पसरी गंदगी
पर्व में सफाई चकाचक, बाद में सड़कों पर पसरी गंदगी

बक्सर । महापर्व को लेकर शहर की सड़कों एवं घाटों पर साफ-सफाई की व्यवस्था सराहनीय थी। वहीं, सुरक्षा को ले पुलिस-प्रशासन भी काफी चौकस दिखा। जिससे किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। हालांकि, हर बार की तरह इस बार भी पर्व के समापन पर लोक जागरुकता की कमी देखी गई और पर्व के बाद सड़क पर गंदगी बिखरी मिली। यह बात दीगर है कि एनडीआरएफ की टीम ने पर्व सम्पन्न के बाद घाटों की सफाई का बीड़ा उठाए हुए था। लेकिन, स्वयंसेवकों को भी चाहिए था कि जहां श्रद्धालुओं के लिए स्टॉल लगाकर चाय-पानी का इंतजाम कर रखा था। वहां, कार्यक्रम की समाप्ति के पश्चात बिखरे कचरे को ठिकाने लगा देते। हालांकि, कुछ ने यह भूमिका भी बखूबी निभाई हुई थी। छठ पर्व पर प्रशासन ने साफ-सफाई एवं सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हुए थे। अधिवक्ता वीरेंद्र उपाध्याय, नरेंद्र पांडेय, रवीन्द्रनाथ ¨सह आदि ने बताया कि प्राय: छोटे-मोटे हर घाट की ओर जाने वाले रास्ते पर पुलिस खड़ी दिखी। शिवशंकर पांडेय, प्रभुनाथ ¨सह आदि ने बताया कि मॉडल थाना चौराहा समेत कई जगह आयोजित कैम्प से दंडाधिकारी निगहबानी कर रहे थे। नगर परिषद ने भी सड़कों की साफ-सफाई की हुई थी। उसके उपरांत भी आस-पास के लोगों ने सड़कों पर पानी गिरा उसे धोया। घाट की ओर जाने वाले रास्ते में कहीं सुंदर सी बड़ी रंगोली तो सड़क पर कालीन बिछा रखे थे। स्वयंसेवकों ने सड़कों की अच्छे तरीके से सजावट की हुई थी। वहीं, विभिन्न संगठनों ने कई जगह स्टॉल लगाकर श्रद्धालुओं के लिए चाय-पानी का इंतजाम भी कर रखा था।

ज्योति चौक पर ही रोक दिए जा रहे थे वाहन

वाहनों को ज्योति चौक से आगे ले जाने नहीं दिया जा रहा था। इसकी देखरेख में चौक पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस कर्मी मौजूद थे। उनका कहना था कि वाहनों को ले जाने से श्रद्धालुओं को परेशानी होगी। उन्हीं के हित में यह व्यवस्था की गई है। रामरेखाघाट एवं नाथबाबा घाट पर तो मुख्य मार्ग से ही दो चक्के वाहनों को अंदर मार्ग में प्रवेश पर पाबंदी लगी हुई थी। घाटों पर नहीं हुई आतिशबाजी

इस बार लोगों ने गंगा घाटों पर पटाखे नहीं फोड़े। हालांकि, इसके लिए प्रशासन ने भी पूर्व से हिदायतें दे रखी थी। यदि किसी को ऐसा करते देखा भी गया तो खड़ी पुलिस या प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इसकी मनाही कर दी जा रही थी।

एनडीआरएफ टीम की रही निगहबानी

पूरे आयोजन के दौरान एनडीआरएफ की टीम अपने विशेष नौका से इसकी निगहबानी करती रही। एनडीआरएफ के पारा मेडिकल के एक पदाधिकारी ने बताया कि व्रत के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को ले कुल पांच नौकाएं लगी हुई थीं। जिन पर कुल 43 जवान तैनात थे।

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