दलालों के कब्जे में है डुमरांव का रेलवे आरक्षण काउंटर

बक्सर डुमरांव स्टेशन के आरक्षण टिकट काउंटर पर दलालों का कब्जा है। तत्काल टिकट के

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Sep 2020 03:52 PM (IST) Updated:Mon, 21 Sep 2020 03:52 PM (IST)
दलालों के कब्जे में है डुमरांव का रेलवे आरक्षण काउंटर
दलालों के कब्जे में है डुमरांव का रेलवे आरक्षण काउंटर

बक्सर : डुमरांव स्टेशन के आरक्षण टिकट काउंटर पर दलालों का कब्जा है। तत्काल टिकट के लिए दोपहर से ही लाइन लगती है। ट्रेवल एजेंसियों के दलाल टिकट काउंटर पर डेरा डाले रहते हैं। जिससे आम यात्रियों के लिए टिकट लेना टेढ़ी खीर बन गया है। जब तक ग्रामीण क्षेत्रों से लोग स्टेशन के टिकट काउंटर पर पहुंचते हैं तब तक लंबी कतार लग जाती है। जो लोग रात में आकर लाइन में लगते है उन्हें सुबह में दलाल मारपीट कर भय दिखाकर भगा देते हैं।

कहते है कि यह सारा खेल यहां पदस्थापित आरपीएफ के संरक्षण में चल रहा है। अभी ट्रेनें कम हैं और यात्रियों की भीड़ ज्यादा। ऐसे में इस अवधि में दिल्ली, मुम्बई, सूरत, अहमदाबाद, बंगलोर, पुणे आदि जगह की एक रेल आरक्षित टिकट साढ़े तीन से चार हजार में दी जा रही है। डंके की चोट पर रेल टिकट दलाल टिकट की बिक्री कर रहे है। आरक्षण काउंटर पर बैठे बुकिग क्लर्क से भी दलालों की साठ गांठ बताई जाती है। इनका टिकट काउंटर पर अपना साम्राज्य है। यहां इन्हीं का नियम कानून चलता है। सुबह आठ बजे डुमरांव स्टेशन का आरक्षण टिकट काउंटर खुलता है। भीड़ चाहे जितनी हो यहां एक ही आरक्षण काउंटर है। सामान्य टिकट के लिए यहां दो काउंटर बने है लेकिन एक काउंटर से ही टिकट मिलता है। कभी कभी तो इतनी भीड़ हो जाती है कि टिकट लेने के लिए कतार में खड़े यात्रियों की ट्रेन छूट जाती है। आरक्षण काउंटर पर तत्काल टिकट लेने आये पांडेपुर के पप्पू पांडेय ने बताया कि वे लगातार चार दिनों से हैदराबाद के लिए तत्काल टिकट लेने का प्रयास कर रहे है। जब भी आते है तो यहां पहले से ही 10 से 15 लोग काउंटर के सामने लाइन में खड़े मिलते है। टिकट की कालाबाजारी में आरपीएफ की भूमिका शुरू से ही संदेह के दायरे मैं है। आरपीएफ कभी भी टिकट खिड़की पर सक्रिय दलालों को रोकने की कोशिश नहीं करती है।

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