पूर्व डीजीपी के पत्ते नहीं खोलने से चढ़ा राजनीति पारा
बक्सर राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय के स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने के बाद जि
बक्सर : राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय के स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने के बाद जिले का राजनीति पारा चढ़ा हुआ है। कुछ मीडिया में उनके बक्सर सदर से विधानसभा का चुनाव लड़ने की रिपोर्ट आने के बाद भाजपा खेमे में खलबली मची हुई है। हालांकि, वीआरएस लेने के तीसरे दिन भी पूर्व डीजीपी ने अपने पत्ते नहीं खोले।
पटना में माौजूद उनके एक करीबी ने बताया कि पूर्व डीजीपी अपने लोगों से सलाह-मशविरा कर रहे हैं, इसके बाद ही वे निर्णय लेंगे कि आगे क्या करना है। इधर, उनके बक्सर सदर से चुनाव लड़ने की खबर आने के बाद भाजपाइयों के तेवर भी तल्ख हो रहे हैं। भाजपा की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया कि बक्सर सदर भाजपा की परंपरागत सीट रही है। ऐसे में इस सीट को लेकर संशय की कोई बात नहीं है। कार्यकारिणी सदस्य परशुराम चतुर्वेदी ने कहा कि किसी भी पुष्ट स्त्रोत से पूर्व डीजीपी के यहां से चुनाव लड़ने की बात नहीं आई है। कुछ मीडिया में ऐसे कयास लगाए गए है और इसे देखते हुए कार्यकर्ताओं ने राज्य नेतृत्व को अपनी भावनाओं से अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा कि पूर्व डीजीपी का राजनीति में स्वागत है। पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रदीप दूबे और विध्याचल पाठक ने कहा कि राज्य नेतृत्व के बीच ऐसी कोई बात नहीं हुई है। इधर, जदयू के जिलाध्यक्ष विध्याचल कुशवाहा का कहना है कि पूर्व डीजीपी कहा से चुनाव लड़ेंगे, यह वे अभी नहीं बता सकते। हालांकि, बक्सर उनका गृह जिला है। बताते चलें कि पूर्व डीजीपी के स्वैच्छिक अवकाश लेने से एक दिन पहले जदयू जिलाध्यक्ष के आवास पर गुप्तेश्वर पांडेय पहुंचे थे। तब विध्याचल कुशवाहा ने मीडिया से कहा था कि बक्सर सदर सीट से जदयू चुनाव लड़ने जा रही है। अब उस बयान पर वे यह कह रहे हैं कि राज को राज रहने दें।