लॉकडाउन के खत्म होते ही कोरोना के खतरे को भूल रहे लोग
डुमरांव। लॉकडाउन में ढील मिलते ही लोग कोरोना संक्रमण के गंभीर खतरे को भूलने लगे है। बाजार में न तो कोई मास्क का उपयोग कर रहा है और न ही फिजिकल डिस्टेंस का पालन हो रहा है। सब कुछ ऐसे हो रहा है मानो जैसे कोरोना का नामोनिशान मिट गया है। शादी विवाह जैसे बड़े आयोजनों में भी कोरोना के गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है।
डुमरांव। लॉकडाउन में ढील मिलते ही लोग कोरोना संक्रमण के गंभीर खतरे को भूलने लगे है। बाजार में न तो कोई मास्क का उपयोग कर रहा है और न ही फिजिकल डिस्टेंस का पालन हो रहा है। सब कुछ ऐसे हो रहा है मानो जैसे कोरोना का नामोनिशान मिट गया है। शादी विवाह जैसे बड़े आयोजनों में भी कोरोना के गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है।
सरकारी निर्देश से कई गुना अधिक भीड़ निर्देश के विपरीत मजमा लगा कर कोरोना को चुनौती दे रहे हैं। इस लापरवाह व्यवस्था के चलते कोरोना का खतरा कम होने के बजाय बढ़ने की संभावना है। कल तक प्रशासन के जो पदाधिकारी तथा पुलिस के जवान कोरोना गाइडलाइन के अनुपालन के लिए सड़क पर सख्ती दिखाते थे। वह भी अब चुपचाप बैठ गए हैं। प्रशासन का उदासीन रवैया पब्लिक लापरवाही की बड़ी वजह है। शहर के गोला बाजार, स्टेशन रोड, रेलवे स्टेशन, शहीद गेट, राजगढ़ चौक, जंगल बाजार रोड, शफाखाना रोड हर जगह पर बाजार में भीड़ तथा लोगों की लापरवाही देखी जा सकती है। इस भीड़ का 90 प्रतिशत हिस्सा के चेहरे पर मास्क का उपयोग नहीं हो रहा है। यही हाल नया भोजपुर, पुराना भोजपुर, कृष्णा ब्रह्म, सिमरी ब्रह्मपुर कोरान सराय आदि जगहों के बाजार की है। मास्क का उपयोग नहीं होना गंभीर खतरे की चेतावनी है। सरकार द्वारा बाजार को अनलॉक की स्थिति में जारी गाइडलाइन में मास्क का उपयोग तथा फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन को मजबूती से रखा गया है। बचाव के लिए कोरोना गाइडलाइन का पालन करना जरूरी
बाजार के अनलॉक की स्थिति में कोरोना गाइडलाइन की अनदेखी पर एसडीओ हरेंद्र राम ने गंभीर चिता जताई है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर ने जिस भयावह हालात से हमें अवगत कराया है। वह निश्चित ही सबके लिए बहुत ही पीड़ादायक रहा है। ऐसे में हम सबका दायित्व बनता है कि पिछली गलतियों से सीख लेते हुए कोरोना गाइडलाइन का मजबूती से पालन करें। ताकि हम, हमारा परिवार, हमारा समाज हमारा राज्य तथा हमारा देश कोरोना मुक्त हो सके।