लगातार बारिश और हवा से जमीन पर पसरी धान की फसल, किसान चितित
बक्सर दो-तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही लगातार बारिश और हवा ने एक बार फिर से फसल
बक्सर : दो-तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही लगातार बारिश और हवा ने एक बार फिर से फसलों पर कहर बरपाया है। इस साल हुई अच्छी बारिश से किसान काफी खुश नजर आ रहे थे। किसान इस बार धान की फसल अपेक्षा से कहीं ज्यादा उत्पादन होने का अनुमान लगा रहे थे। कितु अंतिम चरण में जिस तरह से बारिश ने कहर बरपाया है, उसके चलते किसानों के अरमानों पर पानी फिरने जैसी नौबत आ गई है।
आगत वेरायटी के धान पकने लगे हैं, और कुछ ही दिनों के बाद कटने की स्थिति में होंगे। इसी दौरान लगातार हुई बारिश के चलते खड़ी फसल खेतों में लोट गई है। खेतों में फसल की स्थिति देखकर मायूस किसानों का कहना है, कि यदि इसी तरह के हालात एक-दो दिन और बने रहे तो निश्चित रूप से आगत वेरायटी के धान की फसल के नुकसान की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। कहीं-कहीं बारिश के चलते पक कर तैयार हो चली धान की फसलें गिर गई हैं और गिरने के चलते धान की बालियां पानी में डूबने लगी है। दो से तीन दिन कहीं धान की बाली पानी में डूबी रही तो निश्चित रूप से इसका नुकसान किसानों को उठाना पड़ सकता है। इलाकाई किसान भरत चौबे, राज कपिल महतो, कपिल मुनि पांडेय, महेंद्र तिवारी, प्रेम कुमार महतो, बबन यादव और दीप नारायण तिवारी सहित कई किसानों ने बताया कि इस बार किसानों को बेहतर उत्पादन की उम्मीद थी। लेकिन जब धान की फसल में बालियां निकलकर पकने लगी तो मौसम की कहर से किसानों की चिता की लकीरें बढ़ गई है।