मत-विमत : महिलाओं के उत्थान एवं सुरक्षा के बारे में सकारात्मक सोच रखे सरकार
बक्सर विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चाओं का शोर पूरे शबाब पर है। हर कोई अपने अपने हिसाब
बक्सर : विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चाओं का शोर पूरे शबाब पर है। हर कोई अपने अपने हिसाब से एक दूसरे को चुनावी गणित समझाने में व्यस्त है। महिलाएं भी इस कार्य में पुरुषों से पीछे नहीं है। मगर उनका अपना एक खास एजेंडा है कि सरकार वैसी बने जो महिला उत्थान, सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य और शुद्ध पेयजल की समस्या का निराकरण करें। इससे इतर सोच रखने वाले चाहे लाख कोशिश करें आधी आबादी के समर्थन को हासिल नहीं कर सकते है।
कुछ इस तरह के विचार बलिहार पंचायत अंतर्गत नगपुरा गांव में आयोजित मत विमत कार्यक्रम में महिलाओं ने बेबाकी से रखे। संजू देवी ने कहा कि एनडीए की सरकार ने पंचायती राज व्यवस्था में भले ही महिलाओं को उचित भागीदारी दिया हो। परंतु लोकसभा और विधानसभा चुनाव में इसकी घोर अनदेखी की जाती रही है। जिले के चार विधानसभा क्षेत्र में से सिर्फ एक में महिला को टिकट देना इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। वही कौशल्या देवी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के इस दौर में भी महिलाएं शोषित हो रही हैं। कामकाजी महिलाओं के लिए हर क्षेत्र में सुरक्षा सबसे बड़ा चिता का विषय है। यह महिलाओं की उन्नति में बाधक है। सरकार किसी की भी बने इस विषय पर गंभीर होने की जरूरत है। लेकिन दुखद पहलू यह है कि चुनाव में बड़ी-बड़ी बातें करने वाले नेताओं को चुनाव बाद इस बारे में सोचने की फुर्सत नहीं मिलती है। काफी देर से चर्चा में भाग लेने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रही सावित्री देवी ने कहा की राजनीतिक रूप से परिपक्व ब्रह्मापुर विधानसभा में बालिकाओं के तकनीकी ज्ञान प्राप्ति हेतु कोई शिक्षण संस्थान नहीं है और नहीं इसके लिए किसी भी प्रतिनिधि ने आज तक प्रयास किया है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से अभिभावक बच्चियों को पढ़ने के लिए बाहर भेजना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। ऐसी स्थिति में उनकी प्रतिभा प्रस्फुटित होने से पहले ही कुंठित हो जाती है। जो उम्मीदवार इस दिशा में सकारात्मक सोच रखेंगे उन्हें में अपना मत दूंगी। उनके सुर में सुर मिलाते हुए राधिका देवी ने कहा कि सरकार द्वारा महिला सुरक्षा के लिए भले ही कड़े कानून बनाए गए हो, मगर धरातल पर उसका हश्र क्या है यह सर्वविदित है। इस दौरान कुछ महिलाओं ने स्वास्थ्य और शुद्ध पेयजल की समस्या पर भी खुलकर अपनी राय रखी। पूनम देवी ने कहा कि ब्रह्मापुर विधानसभा क्षेत्र के किसी भी सरकारी अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन की व्यवस्था नहीं है। प्रसूति महिलाओं को इसके लिए प्राइवेट अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ता है।