आज भी बंद रहेगी ओपीडी, नहीं होगा मरीजों का इलाज

बुधवार का दिन, सुबह 9 बजे का समय। सदर अस्पताल में मरीजों के आने का सिलसिला शुरू। लेकिन, वहां न तो मरीजों का रजिस्ट्रेशन हो रहा था और न ही चिकित्सक उन्हें देख रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Nov 2018 05:55 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 05:55 PM (IST)
आज भी बंद रहेगी ओपीडी, नहीं होगा मरीजों का इलाज
आज भी बंद रहेगी ओपीडी, नहीं होगा मरीजों का इलाज

बक्सर । बुधवार का दिन, सुबह 9 बजे का समय। सदर अस्पताल में मरीजों के आने का सिलसिला शुरू। लेकिन, वहां न तो मरीजों का रजिस्ट्रेशन हो रहा था और न ही चिकित्सक उन्हें देख रहे थे। यही हाल पुराना सदर अस्पताल स्थित वेलनेस सेंटर का भी था। वहां भी मरीज आए लेकिन बगैर इलाज के ही उन्हें लौट कर जाना पड़ा। असल में, आरा में हुए बवाल के बाद चिकित्सकों ने कार्य बहिष्कार कर दिया। ऐसे में वहां ओपीडी में किसी मरीज का इलाज नहीं हो सका। दरअसल, आरा में हुई घटना के बाद भासा के नेतृत्व में एकजुट हुए चिकित्सकों ने ओपीडी करने से इनकार कर दिया। जिले में भासा के सचिव सह सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ.डीएन पांडेय ने बताया कि चिकित्सकों ने ओपीडी का बहिष्कार किया है। इस परिस्थिति में ओपीडी में किसी मरीज का उपचार नहीं हो सका। हालांकि, उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तक हर जगह इमरजेंसी की व्यवस्था लागू रही। इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को नहीं लौटाया गया। दूसरी तरफ अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों ने ओपीडी में इलाज नहीं होने पर नाराजगी जताई। डॉ.पांडेय ने बताया पटना में भासा की हुई बैठक के बाद आरा के जिलाधिकारी का तबादला होने तक ओपीडी की सेवा बंद रखने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि गुरुवार को सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी चिकित्सकों की ओपीडी भी ठप रहेगी। आरा की घटना से आक्रोश में दिखे चिकित्सक

आरा में जिलाधिकारी के साथ चिकित्सकों के बवाल को लेकर जिले के चिकित्सकों में भी आक्रोश देखा गया। उनका कहना था कि उन्हें आए दिन अस्पतालों में ही चिकित्सा के दौरान कई तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता है। सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं रहती और आए दिन लोग वहां बवाल करते रहते हैं। इस बीच आरा जैसी घटना का होना तो अजीब है। ऐसे में चिकित्सक कैसे ड्यूटी कर सकते हैं। इस दौरान चिकित्सकों ने आरा में हुई घटना की भी ¨नदा की और इस पर कड़ी आपत्ति जताई। हड़ताल में आइएमए का भी रहा सपोर्ट

भासा के सचिव सह सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ.पांडेय ने बताया कि चिकित्सकों के ओपीडी के बहिष्कार में आइएमए का भी सपोर्ट रहा। उन्होंने बताया कि आइएमए अभी पूरी तरह से इसमें शामिल नहीं हुआ है लेकिन, पटना में हुई बैठक के बाद आइएमए भी इस आंदोलन में शामिल हो गया है। सचिव ने बताया कि गुरुवार को सरकारी अस्पतालों की ओपीडी के अलावा आइएमए से जुड़े चिकित्सक भी निजी चिकित्सालयों को भी बंद रखेंगे।

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