अब बक्सर में ही हो जाएगी आरटीपीसीआर की जांच
बक्सर कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में जांच की चुनौती भी सामने आई है। बक्सर में आरटीप
बक्सर : कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में जांच की चुनौती भी सामने आई है। बक्सर में आरटीपीसीआर का सैंपल लेने के बाद रिपोर्ट आने में एक सप्ताह से ज्यादा का वक्त लग रहा है। तबतक मरीज संशय में रहता है और कई बार लापरवाही के कारण कई दूसरे लोगों को भी संक्रमण बांट देता है। इसका समाधान अब जिला स्वास्थ समिति ने कर लिया है। जिला स्वास्थ समिति के द्वारा एक सप्ताह के अंदर आरटीपीसीआर टेस्ट की अवस्था सदर अस्पताल में शुरू कर दी जाएगी।
बताया जा रहा है कि व्यवस्था कुछ दिनों पूर्व ही शुरू हो गई होती, लेकिन यहां आने वाली मशीन किसी और जिले में भेज दी गई है। ऐसे में यह व्यवस्था शुरु होने में कुछ दिन और लगेंगे। हालांकि, इसके लिए लैब आदि की व्यवस्था दुरुस्त हो गयी है।
दरअसल, आरटीपीसीआर टेस्ट (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन टेस्ट) के द्वारा व्यक्ति के शरीर में कोरोना वायरस की मौजूदगी का पता लगाया जाता है। बताया जाता है कि इस दौरान वायरस के आरएनए की जांच की जाती है। जांच के क्रम में शरीर के कई हिस्सों से सैंपल लेने की जरूरत पड़ती है, जिसमें आम तौर पर गले से म्यूकोजा के अंदर वाली परत से स्वैब लिया जाता है। कोविड टेस्ट में इसकी प्रमाणिकता सबसे अच्छी मानी जाती है। इस टेस्ट की रिपोर्ट आने में आम तौर पर 6 से 8 घंटे का समय लगते हैं, लेकिन मशीन पटना होने के कारण जांच के लिए सैम्पल वहां भेजना पड़ता है। अभी ज्यादा सैंपल आने के कारण जांच रिपोर्ट मिलने में करीब 6 से 8 दिन लग जा रहे हैं। जिला कार्यक्रम प्रबंधक(स्वास्थ्य) संतोष कुमार ने बताया कि अस्पताल में जल्द सेंटर बन कर तैयार हो गया है, जल्द ही मशीन आने के बाद टेस्ट शुरु हो जाएगा।