स्टेशन रोड के दोनों ओर अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी

बक्सर स्टेशन रोड के सुंदरीकरण तथा चौड़ीकरण के दौरान इसकी जद में कई अतिक्रमणकार

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 09:26 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 09:26 PM (IST)
स्टेशन रोड के दोनों ओर अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी
स्टेशन रोड के दोनों ओर अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी

बक्सर : स्टेशन रोड के सुंदरीकरण तथा चौड़ीकरण के दौरान इसकी जद में कई अतिक्रमणकारी आ रहे हैं। जिन्हें अंचलाधिकारी के द्वारा नोटिस भेजकर 5 मार्च तक स्वयं अथवा अपने अधिवक्ता के माध्यम से अंचलाधिकारी के न्यायालय में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने को कहा गया है। ऐसे 80 लोगों की सूची बनाई गई है जिन्होंने सड़क का अतिक्रमण कर लिया है। अकेले ज्योति प्रकाश चौक से रेलवे स्टेशन तक एक दर्जन से ज्यादा अतिक्रमण कारी हैं जिन्हें नोटिस जारी किया गया है।

बताया जा रहा है कि इन अतिक्रमणकारियों के द्वारा कहीं अपने मकान का छज्जा सड़क की भूमि में निकाल लिया गया है तो कहीं सीढ़ी बनाकर नाली को ढक दिया गया है वहीं, कहीं-कहीं टीन का शेड लगाकर सड़क का अतिक्रमण कर लिया गया है। ऐसे में सभी को अतिक्रमण के संदर्भ में जवाब देने को कहा गया है और यह भी कहा गया है कि सभी तय समयावधि में जवाब नहीं देते हैं तो समझा जाएगा कि उन्हें इस संदर्भ में कुछ भी नहीं कहना है और उनके विरुद्ध सार्वजनिक भूमि अधिग्रहण अधिनियम 1956 की उपधारा-15 के तहत कार्रवाई की जाएगी।

सूची सार्वजनिक करने से परहेज पर उठ रहे सवाल

अंचलाधिकारी ने बताया कि मामले में सभी अतिक्रमणकारियों को नोटिस भिजवाई गई है। उनके द्वारा स्पष्ट जवाब नहीं देने पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। हालांकि, सूची को सार्वजनिक करने के सवाल पर उन्होंने इसे ऑफिशियल डॉक्यूमेंट बताते हुए इनकार कर दिया। ऐसे में विभाग की गंभीरता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पहले भी कई बार अतिक्रमण लेकर हुई कवायद परवान नहीं चढ़ सकी है और बीच में ही निपट गई चुकी है।

लोक अभियोजक ने डीएम से की 1922 के नक्शे से मिलान करने की मांग

लोक अभियोजक नंद गोपाल प्रसाद का कहना है कि सड़क अथवा कोई भी निर्माण से पहले भूमि की पैमाइश आवश्यक होती है, लेकिन स्टेशन रोड में ऐसा नहीं हुआ है। उन्होंने डीएम से सन 1922 के नक्शे से पूरे शहर के सड़कों की पैमाइश कराने की मांग की है। उन्होंने अपने आवेदन में कहा है कि स्टेशन रोड में आनन-फानन में निर्माण का कार्य किया गया है, जिससे कि नाली कहीं-कहीं रोड से बिल्कुल सटाकर बना दी गई है। लोक अभियोजक के मुताबिक 1856 में जब रेल लाइन बिछाई गई थी तो उस वक्त अंग्रेजों के द्वारा सीधी सड़क बनाई गई थी लेकिन, यह सड़क कई जगहों पर टेढी-मेढी हो गई है। इसका कारण केवल अतिक्रमण ही है।

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