टीबी का एक भी मरीज न छूटे, घर-घर जाकर करना है सर्वे
बक्सर जिले को टीबी से पूरी तरह मुक्त करने के उद्देश्य से सभी प्रखंडों में एक्टीव केस फाइंडि
बक्सर : जिले को टीबी से पूरी तरह मुक्त करने के उद्देश्य से सभी प्रखंडों में एक्टीव केस फाइंडिग (एसीएफ) अभियान शुरू हो चुका है। जिसकी समीक्षा के लिए जिला यक्षमा पदाधिकारी डॉ.नरेश कुमार ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि जिले में यह अभियान 21 अक्टूबर से शुरू है, जो 7 नवंबर तक जारी रहेगा। इसके लिए आशा व अन्य उत्प्रेरकों की दो सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम को हर दिन अपने निर्धारित क्षेत्र में 50 घरों का भ्रमण करते हुये संभावित टीबी मरीजों की पहचान करना है।
इसके बाद उनके बलगम की ट्रू-नेट से जांच कराने के लिए प्रेरित करना है। अभियान के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि एक भी टीबी का मरीज न छुटे। मौके पर उपाधीक्षक डा.भूपेन्द्र नाथ, डा. अनिल कुमार सिंह समेत विभाग के समन्वय और सहायक समन्वय समेत डाटा ऑपरेटर्स व अन्य मौजूद रहे। डॉ.नरेश ने बताया कि केंद्र सरकार 2025 तक देश से टीबी रोग को पूरी तरह खत्म करने को लेकर प्रतिबद्ध है। इसके लिए विभागीय स्तर से भी राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के सफल संचालन को लेकर सभी जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। विभाग से मिले निर्देशों के अनुसार जिले में इस बार नये टीबी मरीजों के परिवार के 05 साल तक के बच्चों व वयस्कों की भी स्क्रीनिग की जायेगी। ताकि, उनके परिवार में टीबी के संभावित मामलों का पता लगाया जा सके। उन्होंने बताया कि इस अभियान में टीबी के संभावित मरीजों व एचआईवी संक्रमित मरीजों की सूची तैयार करनी है। ताकि, चिन्हित मरीजों का समय रहते इलाज शुरू किया जा सके।